17 वर्षों से विधवा पेंशन के लिए दौड़ रही है अजमसिया

17 वर्षों से विधवा पेंशन के लिए दौड़ रही है अजमसियाजनता दरबार में फरियाद लेकर आयीजनता के साथ बेरुखी से पेश न आयें डीसी : लुईस मरांडी46 फरियादी आये जनता दरबार मेंवरीय संवाददातारांची. गोड्डा की अजमसिया विधवा है. गरीब है. उसकी एक बेटी है. मैट्रिक पास कर चुकी है. पैसों के अभाव में इंटर में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 14, 2015 7:16 PM

17 वर्षों से विधवा पेंशन के लिए दौड़ रही है अजमसियाजनता दरबार में फरियाद लेकर आयीजनता के साथ बेरुखी से पेश न आयें डीसी : लुईस मरांडी46 फरियादी आये जनता दरबार मेंवरीय संवाददातारांची. गोड्डा की अजमसिया विधवा है. गरीब है. उसकी एक बेटी है. मैट्रिक पास कर चुकी है. पैसों के अभाव में इंटर में दाखिला नहीं ले पा रही है. अजमसिया को विधवा पेंशन भी नहीं मिल रही है. वर्ष 1998 से वह पेंशन के लिए डीसी के दरबार में दौड़ लगा रही है, पर सफलता नहीं मिली. उसके पति विश्वास शाह का निधन वर्ष 1998 में ही हो गया था, तब उसकी बेटी रेशमी 14 माह की ही थी. अपनी बूढ़ी सास और बेटी की जिम्मेवारी अजमसिया पर ही आ गयी. डीसी कार्यालय में कभी कागजात के नाम पर, तो कभी पहचान पत्र के नाम पर उसका आवेदन रिजेक्ट होता रहा. उसी दौरान उसे डीसी कार्यालय में ही डेली वेजेज पर काम पर रख लिया गया. जब डीसी के. रविकुमार थे, तब तक वह काम पर थी. उनका तबादला होते ही उसे काम से ही हटा दिया गया. अजमसिया अपनी समस्या लेकर मुख्यमंत्री सचिवालय में मंत्री लुईस मरांडी के जनता दरबार में आयी हुई थी. उसने मंत्री को बताया कि डीसी हर्ष मंगला के पास गयी, तो उन्होंने उसे डांटा भी और कहा कि दोबारा कभी इधर दिखना भी मत, न ही कभी आवेदन लाना. डीसी को फटकार भी लगायीमंत्री ने अजमसिया की बात सुनते ही तत्काल गोड्डा डीसी को फोन लगाया. उन्होंने डीसी को फटकारते हुए कहा कि एक महिला, वह भी विधवा के साथ कहीं ऐसा बर्ताव किया जाता है. उन्होंने दो दिनों में अजमसिया को विधवा पेंशन देने का अादेश दिया, साथ ही कहा कि डीसी जनता के साथ व्यवहार बेहतर रखें. जनता को ऐसा नहीं लगना चाहिए कि शासन में बैठे लोग दुर्व्यवहार करते हैं. उन्होंने अजमसिया से कहा कि डीसी दोबारा यदि उसके साथ दुर्व्यवहार करते हैं, तो वह उन्हें सीधे फोन करे. मुखिया पति ने हत्या करायीविश्रामपुर की तारा देवी ने मंत्री को बताया कि बधनुवा पंचायत की मुखिया सहोदरी देवी के पति सूरज देव यादव ने उसके पति चंद्रिका सिंह की हत्या करा दी. पुलिस इस मामले में कुछ नहीं कर रही है. मंत्री ने तत्काल पलामू एसपी को फोन किया और इस मामले में कार्रवाई करने का निर्देश दिया. सेवानिवृत्त सैनिक घर से हुआ बेघर, राजभवन के पास ली शरणसेवानिवृत्त सैनिक एसएन प्रसाद ने मंत्री से शिकायत की है कि कांके रोड के सर्वोदय नगर में उनका आवास है. वे अकेले रहते हैं. पुत्र बाहर नौकरी करता है. कुछ दबंगों ने जबरन उनके आवास पर कब्जा कर लिया और उनके सामान को बाहर फेंक दिया है. अब वे राजभवन के पास स्थित शेड में शरण लिये हुए हैं. कोई देखनेवाला नहीं है. मंत्री ने इस मामले में तत्काल रांची के एसएसपी को फोन किया और त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि यह दुख की बात है कि एक पूर्व सैनिक के साथ ऐसा हुआ है. जो भी दोषी है, उन पर कार्रवाई की जाये और सैनिक को मकान पर कब्जा दिलाया जाये. पिता लाचार हैं, कुछ भी काम दिला दो मैडमकुड़ू की अनिता कुमारी ने मंत्री के अागे काम दिलाने की फरियाद लगायी. उसने बताया कि उसके पिता लकवाग्रस्त हैं. वह मैट्रिक पास है, पर कोई काम नहीं मिल रहा है. कुछ भी काम दिला दें, झाड़ू-पोछा भी कर लेंगे. उसी दौरान पीआरडी की पल्लवी ने कहा कि पीआरडी में एक सफाईकर्मी की जरूरत है. मंत्री ने तत्काल उसे काम करने का निर्देश दिया. अनिता मंत्री का अभार जताते हुए चली गयी. अदालत से निराश वकील ने लगायी न्याय की फरियादरांची के कैलाश नगर निवासी वकील रामनारायण प्रसाद अदालत से निराश होकर मंत्री के पास न्याय दिलाने की फरियाद लेकर आये. उन्होंने मंत्री से कहा कि उनका साला सतीश चंद्र गुप्ता रांची विश्वविद्यालय में डीएसडब्ल्यू हैं. उन्होंने उनके पुत्र को कब्जे में रखा हुआ है. बच्चे का फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवा लिये हैं. पत्नी की संपत्ति भी हड़प ली है. अदालत से भी न्याय नहीं मिला है. इसलिए सरकार इस मामले की सीबीआइ जांच कराये. मंत्री ने इस मामले को सीआडी के हवाले करने का आदेश दिया है. सिस्टम में कहीं न कहीं गड़बड़ी है : मंत्रीमंत्री के जनता दरबार में 46 फरियादी आये हुए थे. मंत्री ने बारी-बारी से सबकी समस्या सुनी. जमीन के मामलों पर मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सभी डीसी को जमीन के मामलों के लिए जनता दरबार लगाने का निर्देश दे दिया है. नियुक्ति से संबंधित मामले भी आये. कुछ लोग आर्थिक मदद मांग रहे थे. मंत्री ने कहा कि संबंधित विभागों को आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया है. मंत्री ने कहा कि लोगों का विश्वास जनता दरबार पर बढ़ा है. फिर भी यदि यहां तक लोग आ रहे हैं, तो सिस्टम में कहीं न कहीं गड़बड़ी है, इसे ठीक करना होगा.

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