अॉनलाइन बिजली कनेक्शन और बिल भुगतान की सेवा आरंभ
अॉनलाइन बिजली कनेक्शन और बिल भुगतान की सेवा अारंभक्या है अॉनलाइन सेवा-राज्य के किसी भी पोस्ट अॉफिस या प्रज्ञा केंद्र से कर सकते हैं बिल का भुगतान-www.jbvnl.co.in वेबसाइट पर जाकर क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड या इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से कर सकते हैं बिजली बिल का भुगतान-वेबसाइट पर ली जा सकती है बिल की जानकारी […]
अॉनलाइन बिजली कनेक्शन और बिल भुगतान की सेवा अारंभक्या है अॉनलाइन सेवा-राज्य के किसी भी पोस्ट अॉफिस या प्रज्ञा केंद्र से कर सकते हैं बिल का भुगतान-www.jbvnl.co.in वेबसाइट पर जाकर क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड या इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से कर सकते हैं बिजली बिल का भुगतान-वेबसाइट पर ली जा सकती है बिल की जानकारी भी-एटीपी मशीन से भी कर सकते हैं बिल का भुगतान-विभाग के पहले से चले आ रहे भुगतान केंद्रों में भी बिल जमा होगा-अॉनलाइन बिजली बंद होने या बिल से संबंधित शिकायतें करायी जा सकती हैं दर्ज -नये कनेक्शन के लिए दिया जा सकता है अॉनलाइन आवेदन -लोड परिवर्तन, नाम परिवर्तन अादि के लिए भी दिया जा सकता है आवेदनकॉल सेंटर में भी 24 घंटे सातों दिन दर्ज करा सकते हैं शिकायतें. नंबर है 1912/18003456570/18001238745वरीय संवाददातारांची. झारखंड के बिजली उपभोक्ता अब अॉनलाइन बिजली बिल का भुगतान कर सकते हैं. अॉनलाइन बिल भी प्राप्त कर सकते हैं. वहीं, राज्य के किसी भी डाक घर या प्रज्ञा केंद्र में भी बिजली बिल का भुगतान कर सकते हैं. झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड(जेबीभीएनएल) द्वारा गुरुवार को अॉनलाइन सेवा आरंभ कर दी गयी है. प्रोजेक्ट भवन में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने माउस क्लिक अॉनलाइन सेवाओं का उदघाटन किया. इसके साथ ही राज्य के सभी प्रज्ञा केंद्र और डाकघर भी इस सेवा से जुड़ गये हैं. यानी यहां से भी बिजली बिल का भुगतान किया जा सकता है. इसके अलावा ओटीपी मशीन व बिल कलेक्शन सेंटर से भी बिल का भुगतान किया जा सकता है. उपभोक्ता अॉनलाइन शिकायतें दर्ज करा सकते हैं. अॉनलाइन कनेक्शन के लिए आवेदन भी दे सकते हैं. डिजिटल झारखंड की ओर कदम बढ़ा चुके हैं : सीएमउदघाटन के मौके पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि इस सेवा के शुरू होने से यह पता चलता है कि दुनिया में कोई काम असंभव नहीं है. बस केवल लगन की जरूरत होती है. झारखंड इज अॉफ डूइंग बिजनेस में 29 वें स्थान से तीसरे स्थान पर आ गया. बिजली कंपनी ने तीन माह में अॉनलाइन सेवा आरंभ कर दी है. यही गुड गवर्नेंस है. जवाबदेह, जिम्मेवार और पारदर्शी शासन देना सरकार की प्रतिबद्धता है. उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने डिजिटल इंडिया की बात कही है. उसी कड़ी में सरकार डिजिटल झारखंड बनाना चाहती है. इस ओर कदम बढ़ा चुके हैं. उन्होंने कहा कि जल्द ही लोग मोबाइल पर भी इन सेवाओं को प्राप्त कर सकेंगे. सीएम ने कहा कि 2018 तक राज्य का कोई भी घर अंधेरे में नहीं रहेगा. हर गरीब को बिजली मिले सरकार यही चाहती है. सीएम ने अधिकारियों से कहा कि उनका पहला कर्तव्य होना चाहिए कि जनता को अधिक से अधिक सुविधा मिले. घाटा कम होगा : रहाटेऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव एसकेजी रहाटे ने कहा कि इस सेवा के आरंभ होने से बिलिंग कलेक्शन की क्षमता बढ़ेगी. इससे घाटा भी कम होगा. अभी 40 फीसदी एटीएंडटी लॉस हो रहा है, अॉनलाइन सेवा आरंभ होने से 10 फीसदी घटने का अनुमान है. उपभोक्ताओं को ज्यादा से ज्यादा सेवा देने के लिए बिजली कंपनी प्रतिबद्ध है. डाक विभाग सेवा देने के लिए मुस्तैद : एस प्रसादचीफ पोस्ट मास्टर जेनरल एएस प्रसाद ने कहा कि डाक विभाग मनरेगा की सेवा दे रहा है. अब बिजली बिल की सेवा भी देने के लिए तैयार है. डाक विभाग के सारे नेटवर्क अॉनलाइन हैं. ज्यादा से ज्यादा सेवा देने के लिए विभाग प्रयासरत है. पोस्ट मास्टर जेनरल अनिल कुमार ने कहा कि मनरेगा के तहत हर दिन 11 से 12 लाख रुपये का ट्रांजेक्शन डाक विभाग करता है. कई सेवा शुरू की गयी है. जनता को सुविधा देने के लिए डाक विभाग सरकार के साथ मिलकर चलने को तैयार है. आइटी सचिव सुनील वर्णवाल ने कहा कि प्रज्ञा केंद्र की सेवाओं में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है. सरकार की कोशिश है कि इसी तरह सारे विभाग अपनी-अपनी सेवाओं को अॉनलाइन करें. इस बार झारखंड स्थापना दिवस की थीम है एम गवर्नेंस. जल्द ही सारी सेवाएं मोबाइल एप्प पर उपलब्ध होगी. एक माह में यह काम पूरा कर लिया जायेगा. हर पंचायतों को ब्राडबैंड से जोड़ने का काम किया जा रहा है. जेबीभीएनएल के एमडी राहुल पुरवार ने कहा कि 69 और ओटीपी मशीन लगायी जा रही हैं, जहां पेमेंट की सुविधा होगी. ट्रांसफारमर की मॉनिटरिंग के लिए सॉफ्टवेयर तैयार किये जा रहे हैं. स्टोर के लिए इन्वेंटरी मैनेजमेंनट सिस्टम शुरू किया जा रहा है. इससे पता चल सकेगा कि किस स्टोर में कितना उपकरण है. 30 शहरों में आरएपीडीपीआरपी के तहत काम चल रहा है. रांची, जमशेदपुर, धनबाद में स्कोडा सिस्टम लगाया जा रहा है. इससे ब्रेकडाउन की स्थिति में तुरंत पता चल जायेगा कि कहां ब्रेकडाउन हुआ है. छह माह में यह काम हो जायेगा. कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन अभियंता प्रमुख सीडी कुमार ने किया. मौके पर बिजली विभाग के कई अधिकारी व उद्योग व्यवसाय जगत से जुड़े लोग भी उपस्थित थे.