आत्मा ही ब्रह्म है: माधवानंद
आत्मा ही ब्रह्म है: माधवानंद रांची. आत्मा ही ब्रह्म है, इसलिए मनुष्य को अपने आत्मा को शुद्ध करने का प्रयास करना चाहिए. आत्मा सत्य और असत्य से परे होता है. उक्त बातें शुक्रवार को चिन्मय मिशन आश्रम में चूड़ामणि पर प्रवचन देते हुए स्वामी माधवानंद ने कहीं. उन्होंने बताया कि आत्मा माया से परे होता […]
आत्मा ही ब्रह्म है: माधवानंद रांची. आत्मा ही ब्रह्म है, इसलिए मनुष्य को अपने आत्मा को शुद्ध करने का प्रयास करना चाहिए. आत्मा सत्य और असत्य से परे होता है. उक्त बातें शुक्रवार को चिन्मय मिशन आश्रम में चूड़ामणि पर प्रवचन देते हुए स्वामी माधवानंद ने कहीं. उन्होंने बताया कि आत्मा माया से परे होता है. मनुष्य सब जानते हुए भी आत्मा के सुविचार को नहीं मानता है. वह मन के हिसाब से चलता है. संध्या में रामचरित मानस पर प्रवचन करते हुए माधवानंद ने कहा कि जीवात्मा एवं परमात्मा का मिलन तभी होता है, जब मनुष्य का मन शुद्ध हो.