55 करोड़ में होगा रांची कॉलेज परिसर का विकास (रांची कॉलेज की तसवीर लगा सकते हैं)
55 करोड़ में होगा रांची कॉलेज परिसर का विकास (रांची कॉलेज की तसवीर लगा सकते हैं)कॉलेज प्रशासन ने शुरू की राष्ट्रीय स्तर के आर्किटेक्ट की खोज प्रथम चरण में पांच करोड़ रुपये मिलेंगेकॉलेज छात्रावास का होगा कायाकल्प, बनेगा अत्याधुनिकसात विभागों में शुरू होगी स्नातकोत्तर की पढ़ाईपीजी वोकेशनल के लिए बनेगा अलग से भवनसंजीव सिंह, रांची […]
55 करोड़ में होगा रांची कॉलेज परिसर का विकास (रांची कॉलेज की तसवीर लगा सकते हैं)कॉलेज प्रशासन ने शुरू की राष्ट्रीय स्तर के आर्किटेक्ट की खोज प्रथम चरण में पांच करोड़ रुपये मिलेंगेकॉलेज छात्रावास का होगा कायाकल्प, बनेगा अत्याधुनिकसात विभागों में शुरू होगी स्नातकोत्तर की पढ़ाईपीजी वोकेशनल के लिए बनेगा अलग से भवनसंजीव सिंह, रांची रांची कॉलेज को राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत पूर्ण डीम्ड की जगह पूर्ण विश्वविद्यालय बनाने की पूरी संभावना है. इसके लिए केंद्र सरकार कॉलेज को फिलहाल 55 करोड़ रुपये उपलब्ध करायेगा. प्रथम चरण में कॉलेज के लगभग 110 एकड़ भूमि के विकास के लिए पांच करोड़ रुपये मिलेंगे. कॉलेज प्रशासन ने विवि बनाने की दिशा में कार्रवाई भी आरंभ कर दी है. विकास के लिए आर्किटेक्ट/एजेंसी की तलाश शुरू कर दी गयी है. कॉलेज की तरफ से राष्ट्रीय स्तर के आर्किटेक्ट/एजेंसी की तलाश की जा रही है. जो प्रथम चरण में वर्तमान कॉलेज के भवन की छत, परिसर आदि की मरम्मत करायेगा. इसके बाद कॉलेज को दोनों छात्रावास को नया रूप दिया जायेगा. छात्रावास के मूल ढांचा को बरकरार रखते हुए पूरी तरह से अाधुनिक रूप दिया जायेगा. तीन फ्लोर के छात्रावास में एक सौ से भी अधिक कमरे हैं. बताया जाता है कि पिछली बार छात्रावास की व्यवस्था के कारण ही कॉलेज नैक टीम ने ए ग्रेड नहीं दिया था. कॉलेज व छात्रावास के बीच एक नये भवन का निर्माण कराया जायेगा. यह भवन मुख्य रूप से पीजी वोकेशनल कोर्स के लिए बनेगा. कॉलेज के वर्तमान भवन से सभी पीजी वोकेशनल कोर्स को इसमें शिफ्ट कर दिया जायेगा. इसके अलावा कॉलेज के स्टेडियम सहित गणित विभाग की तरफ से भवन व परिसर का समुचित विकास किया जायेगा. कैंटीन, कॉमन रूम व सभागार को अत्याधुनिक बनाया जायेगा. चहारदीवारी के एक हिस्से का काम शुरू हुआ है. अन्य हिस्से का भी काम शुरू कर दिया जायेगा. विवि के लिए कॉलेज में चल रहे स्नातक स्तर के सात विषयों की स्नातकोत्तर स्तर पर भी पढ़ाई शुरू की जायेगी. इसमें अंगरेजी, दर्शनशास्त्र, बांग्ला, उर्दू, संस्कृत, मनोविज्ञान व मानवशास्त्र विषय शामिल हैं. कॉलेज की ओर से शीघ्र ही एकेडमिक काउंसिल से इससे संबंधित निर्णय लेकर विवि के पास इसकी अनुशंसा करेगा.