रेलवे में मैकेनिकल इंजीनियर बनें
रेलवे में मैकेनिकल इंजीनियर बनें रांची. इंजीनियरिंग में कैरियर बनाने की चाह लगभग हर साइंस के स्टूडेंट्स की होती है़ जेइइ मेन के अलावा देश भर में 30 से अधिक इंजीनियरिंग की परीक्षाएं ली जाती है़ इन परीक्षाओं के माध्यम से इंजीनियरिंग संस्थानों में दाखिला लिया जाता है़ रेलवे द्वारा हर साल एससीआरए की परीक्षा […]
रेलवे में मैकेनिकल इंजीनियर बनें रांची. इंजीनियरिंग में कैरियर बनाने की चाह लगभग हर साइंस के स्टूडेंट्स की होती है़ जेइइ मेन के अलावा देश भर में 30 से अधिक इंजीनियरिंग की परीक्षाएं ली जाती है़ इन परीक्षाओं के माध्यम से इंजीनियरिंग संस्थानों में दाखिला लिया जाता है़ रेलवे द्वारा हर साल एससीआरए की परीक्षा ली जाती है़ इस परीक्षा द्वारा चयनीत उम्मीदवारों को रेलवे अपने खर्च पर मैकेनिकल इंजीनियर बनाता है़ कोर्स पूरा हाेने के बाद रेलवे के ग्रेड-ए अधिकारी के रूप से नियुक्ति होती है़ यह परीक्षा यूपीएससी द्वारा ली जाती है़ यूपीएससी के वर्ष 2016 के परीक्षा कैलेंडर के अनुसार इसी माह आवेदन आमंत्रित किये जायेंगे और जनवरी 2016 में परीक्षा ली जायेगी़ …………………………………….क्या है एससीआरएएससीआरए को स्पेशल क्लास रेलवे अप्रेंटिस के नाम से जाना जाता है़ यूपीएससी द्वारा यह परीक्षा साल में एक बार ली जाती है़ इसमें 12वीं साइंस के छात्र आवेदन कर सकते हैं. इसकी लिखित परीक्षा के बाद चयनीत उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है़ साक्षात्कार के बाद मेडिकल जांच परीक्षा ली जाती है़ चयनीत उम्मीदवार को चार साल की मैकेनिकल इंजीनियरिंग की ट्रेनिंग दी जाती है़ यह चार साल का प्रोग्राम इंडियन रेलवेज इंस्टीट्यूट ऑफ मेकेनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, जमालपुर (बिहार) में कराया जाता है़ वहीं उम्मीदवारों की ट्रेनिंग वर्कशॉप सेशंस बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मेसरा में दी जाती है़ कोर्स पूरा होने के बाद उम्मीदवारों को एआइसीटीइ से मान्यता प्राप्त मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की डिग्री दी जाती है़ इसके बाद उम्मीदवार इंडियन रेलवे सर्विसेस ऑफ मेकैनिकल इंजीनियर्स में ‘ग्रुप ए’ ऑफिसर के पद पर बहाल होते हैं. एससीआरए परीक्षा पैटर्नइसकी परीक्षा में साइंस से जुड़े सवाल अधिकतर होते हैं. इसके अलावा जेनरल एबिलिटी से भी सवाल पूछे जाते हैं. परीक्षा में तीन पेपर हाेते हैं. सभी पेपर दो सौ अंकों का होता है़ इसके लिए प्रत्येक में दो घंटे का समय भी दिया जाता है़ पहला पेपर जेनरल एबिलिटी, दूसरा पेपर मैथेमेटिक्स और तीसरा पेपर फिजिकल साइंस (फिजिक्स व केमेस्ट्री) का होता है़ पेपर पूरी तरह से अंगरेजी भाषा में होता है़ परीक्षा में निगेटिव मार्क्स का भी प्रावधान है़ …………………………………….विषयवार ऐसे करें तैयारीजेनरल एबिलिटीयह सेक्शन इंगलिश और जनरल नॉलेज को कवर करता है़ इसकी तैयारी के लिए उम्मीदवारों को इंगलिश में अनसीन पैसेजेस, जनरल वोकैबलरी और ग्रामर की ज्यादा प्रैक्टिस करें. पार्ट्स ऑफ स्पीच, आइडम्स का प्रयोग व नोटिस राइटिंग की प्रैक्टिस करें. यह कुछ ऐसे टॉपिक्स हैं जिनपर कमांड जरूरी है़ इस सेक्शन के जेनरल नॉलेज के पार्ट में हिस्ट्री, जियोग्राफी और बेसिक साइंस के क्वेश्चंस होते हैं. इसके अलावा जीके के सेक्शन में इकोनॉमिक पॉलिसीज, इंडियन सोशल सिस्टम और करेंट अफेयर्स से रिलेटेड क्वेश्चंस भी होते हैं. …………………………………….फिजिकल साइंसफिजिकल साइंस में फिजिक्स और केमेस्ट्री के सवाल होते हैं. फिजिक्स में लेंथ, विलोसिटी एंड एक्सीलरेशन, टाइम एंड मास, न्यूटन लॉ, फ्रिक्शन, मास एंड वेट, टेंप्रेचर, रिफ्लेक्शन, इलेक्ट्रिक करेंट, मैग्नेटिक इफेक्ट, रेडियोएक्टिविटी और इक्वीलिब्रियम पर ध्यान दें. केमेस्ट्री में फिजिकल केमेस्ट्री जैसे एटॉमिक स्ट्रक्चर एंड एलिमेंट्स और ऑर्गेनिक केमेस्ट्री के ज्यादातर टॉपिक्स शामिल होते हैं. उम्मीदवार फिजिक्स और केमेस्ट्री के क्वेश्चंस को सॉल्व करने के लिए कुछ टाइम सेविंग ट्रिक्स का उपयोग करें़ इससे अधिकतम सवाल हल करना संभव होगा़ …………………………………….मैथमेटिक्सइस सेक्शन में 11वीं -12वीं क्लास के मैथमैटिक्स के सभी टॉपिक्स महत्वपूर्ण होते हैं. अलजेब्रा, ट्रिग्नोमेट्री, इंटीग्रेशन, डिफरेंसिएशन, डिफरेंशियल इक्वेशन, वेक्टर्स, स्टैटिस्टिक्स, प्रोबेबिलिटी, मैट्रिक्स और डिटरमिनेंट्स जैसे टॉपिक्स पर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है़