नैक से मूल्यांकन करायें विवि: मंत्री

रांची: उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव ने कहा है कि विश्वविद्यालय व कॉलेजों का नैक (नेशनल असेसमेंट एंड एक्रीडेशन काउंसिल) से मूल्यांकन अनिवार्य किया गया है़ नैक से मूल्यांकन के बाद ही उन्हें राशि मिलेगा़ उच्च शिक्षा के विकास के लिए फंड की कमी नहीं है़ नैक से मूल्यांकन नहीं होने के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 29, 2015 6:06 AM

रांची: उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव ने कहा है कि विश्वविद्यालय व कॉलेजों का नैक (नेशनल असेसमेंट एंड एक्रीडेशन काउंसिल) से मूल्यांकन अनिवार्य किया गया है़ नैक से मूल्यांकन के बाद ही उन्हें राशि मिलेगा़ उच्च शिक्षा के विकास के लिए फंड की कमी नहीं है़ नैक से मूल्यांकन नहीं होने के कारण दो विश्वविद्यालयों को राशि नहीं मिली है. शिक्षा मंत्री ने उक्त बातें एटीआइ सभागार में आयोजित उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के तत्वावधान में राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान : चुनाैतियां एवं अवसर, विषय पर आयोजित कार्यशाला में कही़ मंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा दी जाने वाली राशि का सही उपयोग हो़.

विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा का समुचित अवसर देना सरकार की प्राथमिकता है़ उच्च शिक्षा के लिए राज्य से विद्यार्थियों का पलायन नहीं हो़, इसके लिए राज्य सरकार ने कई निजी विश्वविद्यालय खोलने को स्वीकृित दी है़

शिक्षा मंत्री ने कहा कि कॉलेजों में शौचालय, पेयजल व अन्य आवश्यक संसाधन मुहैया कराया जाय. उच्च एवं तकनीकी शिक्षा सचिव अजय कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय में द्वितीय पाली में पढ़ाई शुरू की गयी है़ शैक्षणिक रूप से पिछड़े जिलों में महिला कॉलेज खोलने का निर्णय लिया गया है़ जिलों में मॉडल कॉलेज भी खोले जायेंगे़ कार्यशाला में उच्च शिक्षा निदेशक डॉ डीएन ओझा, रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रमेश पांडेय, कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आरपीपी सिंह, नीलाबंर-पीतांबर विश्विवद्यालय के कुलपति डॉ एएन ओझा समेत राज्य के विभिन्न कॉलेजों के प्राचार्य व शिक्षक उपस्थित थे़

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