स्वर्णरेखा नदी दूषित, कैसे होगा छठ महापर्व

हटिया : काफी समय से स्वर्णरेखा नदी को बचाने व प्रदूषण मुक्त करने की मांग की जा रही है, लेकिन अभी तक इस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया.स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर नदी की सफाई नहीं हुई, तो इस बार स्वर्णरेखा नदी तट पर छठ पूजा नहीं हो पायेगी. स्वर्णरेखा नदी का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 1, 2015 12:21 AM
हटिया : काफी समय से स्वर्णरेखा नदी को बचाने व प्रदूषण मुक्त करने की मांग की जा रही है, लेकिन अभी तक इस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया.स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर नदी की सफाई नहीं हुई, तो इस बार स्वर्णरेखा नदी तट पर छठ पूजा नहीं हो पायेगी. स्वर्णरेखा नदी का धार्मिक महत्व है. वर्तमान में नदी नाले का रूप ले चुकी है. तुपुदाना औद्योगिक क्षेत्र की राइस मील, बीयर फैक्टरी व शराब फैक्टरी का गंदा पानी गिरने से नदी का पानी काला हो गया है.
सरकार की ओर से नदी बचाओ अभियान भी चलाया गया है, लेकिन स्वर्णरेखा नदी पर जिला प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया. ग्रामीण उपायुक्त रांची व झारखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से भी लिखित शिकायत कर चुके हैं.
राम मनोज साहू : तुपुदाना क्षेत्र स्थित फैक्टरियों के कारण नदी का पानी प्रदूषित हो गया है. नदी को बचाने को लेकर स्थानीय लोग कई बार आंदोलन कर चुके हैं. सतीश : नदी तट पर दाह संस्कार करने के बाद लोगों को स्नान करने के लिए पानी नहीं मिलता. नदी का पानी दूषित होने के कारण लोग इसका उपयोग नहीं करते हैं.
सुभावती देवी : हम लोग नदी से ही जुड़े हैं. नदी का पानी दूषित हो जाने से बहुत परेशानी होती है. जानवर भी नदी का पानी नहीं पीते हैं.
कौशल्या देवी : नदी का पानी इतना दूषित हो गया है कि इसकी बदबू से आसपास बने घरों में रहना मुश्किल हो गया है.शीला देवी : नदी में स्नान करनेवाले कई बच्चे बीमार हो गये थे. नदी का दूषित पानी पीने से जानवरों की मौत हो रही है. देवंती देवी : अब कुछ दिनों के बाद छठ महापर्व है.
पानी इतना गंदा है कि इस बार पूजा करना भी मुश्किल होगा. किरण देवी : नदी को स्वच्छ करने की मांग हमेशा से रही है, लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं गया.

Next Article

Exit mobile version