RSS को बदनाम करने की हो रही है साजिश: जोशी

रांची : आरएसएस ने दादरी में पीट-पीटकर हत्या जैसी कुछ ‘‘निंदनीय’ घटनाओं को संघ से जोडने के आरोपों को आज खारिज करते हुए कहा कि संघ को अनावश्यक ‘‘कठघरे’ में खड़ा किया जा रहा है और यह कुछ ताकतों का ‘‘षड्यंत्र’ है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने इस बात से इंकार किया कि इसने आरक्षण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 1, 2015 5:23 PM

रांची : आरएसएस ने दादरी में पीट-पीटकर हत्या जैसी कुछ ‘‘निंदनीय’ घटनाओं को संघ से जोडने के आरोपों को आज खारिज करते हुए कहा कि संघ को अनावश्यक ‘‘कठघरे’ में खड़ा किया जा रहा है और यह कुछ ताकतों का ‘‘षड्यंत्र’ है.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने इस बात से इंकार किया कि इसने आरक्षण नीति की समीक्षा की मांग की थी और कहा कि समाज को जब तक आरक्षण प्रणाली की जरुरत है तब तक वह इसे जारी रखने का समर्थन करता है. संघ ने कुछ ताकतों द्वारा हिंदू संस्कृति और संगठनों का मजाक उडाने के ‘विनाशकारी प्रयासों’ को ‘‘काफी निंदनीय’ करार दिया. संघ ने उन आरोपों की सच्चाई का खुलासा करने की मांग की जिसमें कुछ ताकतें हाल में देश में हुई निंदनीय घटनाओं को उससे जोड़ती हैं.

आरएसएस के सर कार्यवाह भैयाजी जोशी ने कहा, ‘‘पिछले कुछ दिनों में कुछ ताकतें विभिन्न घटनाओं को संघ से जोड़कर इसे कठघरे में खड़ा करने का प्रयास कर रही हैं.’ उन्होंने इसे हिंदू समाज का ‘‘अपमान’ करार दिया.

उन्होंने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमारा मानना है कि संघ को षड्यंत्र के तहत अनावश्यक रुप से कठघरे में खड़ा किया जा रहा है. हमने हमेशा इस तरह की घटनाओं की निंदा की है क्योंकि ऐसी घटनाएं समाज के लिए ठीक नहीं हैं.’ उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं की तह में जाना जरुरी है ताकि सच्चाई का पता चल सके. जोशी ने कहा कि पहले भी संघ पर आरोप लगते रहे हैं लेकिन जब गहराई में गए तो ऐसे आरोप झूठे साबित हुए.

उनसे पूछा गया था कि दादरी की घटना के बाद आरएसएस को असहिष्णु होने के आरोपों का क्यों सामना करना पड़ रहा है. आरएसएस ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘कुछ ताकतें हिंदू संस्कृति और संगठनों का मजाक बनाने का घृणित प्रयास कर रही हैं जो काफी निंदनीय है.’

जोशी ने कहा, ‘‘आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने जो भी कहा उसे सही तरीके से पेश नहीं किया गया. कहीं नहीं कहा गया कि आरक्षण नीति की समीक्षा होनी चाहिए. यह समाज के लिए आवश्यक है.’ आरक्षण को लागू करने के सिलसिले में पूछे गए एक सवाल के जवाब में जोशी ने कहा कि अगर कोई खामी है तो उसे दूर किया जा सकता है.

उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक समाज के लिए आरक्षण की जरुरत है इसे जारी रहना चाहिए. हमने यही बात बार-बार कही है.’ बिहार चुनावों से पहले पिछले महीने आरक्षण नीति पर भागवत की टिप्पणी से राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया था. जोशी ने कहा कि संघ अपने विचारों में हमेशा सकारात्मक रहा है और हर किसी की भावना का सम्मान किया है.

उन्होंने कहा, ‘‘हम पिछले 90 वर्षों से सामजिक जीवन में हैं और संघ के खिलाफ किसी ने भी असहिष्णुता के आरोप नहीं लगाए.’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि यह हिंदू समाज का अपमान है और समाज में संघ के सकारात्मक काम को समझना जरुरी है.’

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