रुपये वसूलने के लिए रची अपहरण की झूठी कहानी

रुपये वसूलने के लिए रची अपहरण की झूठी कहानीबकाया रुपये निकालने के लिए महिला पुलिसकर्मी के पति को साथ ले गये पति को मुक्त करने के लिए पत्नी महिला पुलिसकर्मी को फोन कर मांगी फरौती हनुमान सिक्का खरीदने के लिए दोस्तों से रुपये लेकर लौटाने से कर रहा था इनकार रांची. लोहरदगा से एक महिला […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 1, 2015 9:58 PM

रुपये वसूलने के लिए रची अपहरण की झूठी कहानीबकाया रुपये निकालने के लिए महिला पुलिसकर्मी के पति को साथ ले गये पति को मुक्त करने के लिए पत्नी महिला पुलिसकर्मी को फोन कर मांगी फरौती हनुमान सिक्का खरीदने के लिए दोस्तों से रुपये लेकर लौटाने से कर रहा था इनकार रांची. लोहरदगा से एक महिला पुलिसकर्मी के पति अमर कुमार से बकाया पैसे निकलवाने उसके चार दोस्त साथ ले गये. जब अमर ने रुपये देने में असमर्थतता जतायी, तब साथ ले जानेवालों ने महिला पुलिसकर्मी को फोन कर अमर को मुक्त करने के लिए पैसे की मांग की. पैसे नहीं देने पर अमर को मारने की धमकी दी. शनिवार को इस बात की सूचना महिला पुलिसकर्मी ने लोहरदगा एसपी कार्तिक एस को दी. महिला ने एसपी को बताया कि उनके पति का अपहरण कर लिया गया है, लेकिन उसने मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं करायी. जिस नंबर से महिला को फोन किया गया था, उस नंबर का लोकेशन मुरी मिला. इसके बाद लोहरदगा पुलिस की टीम रविवार को मुरी पहुंची और रांची पुलिस के सहयोग से मुरी से अमर को बरामद कर उसके अपहरण के आरोप में चार लोगों को हिरासत में लेकर लोहरदगा ले गयी. जांच के दौरान एसपी ने पाया कि अमर का अपहरण नहीं हुआ था. उसे ले जाने वाले चारों उसके दोस्त थे. सभी ने अमर से बकाया रुपये निकलाने के लिए अपहरण की झूठी कहानी रची थी. इसके बाद एसपी ने सभी लोगों को छोड़ दिया. लोहरदगा एसपी ने बताया कि महिला पुलिसकर्मी सेना थाना में पदस्थापित है. उनके पति ने हनुमान सिक्का खरीदने के लिए दोस्तों ने रुपये लिये थे, लेकिन बाद में वह रुपये लौटाने को तैयार नहीं था. इसी वजह से दोस्तों ने बकाया रुपये निकलाने के लिए अमर को साथ ले गये थे. बाद में अमर को मुक्त करने के लिए रुपये की मांग की जानी लगी. मामले में महिला पुलिसकर्मी ने कोई केस दर्ज नहीं कराया था. दोनों पक्ष बाद में आपस में समझौता करने को तैयार हो गये. इस वजह से सभी को छोड़ दिया गया.

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