बालू घाटों की नीलामी से मिले 128.83 करोड़ रुपये
सुनील चौधरी रांची : बालू घाटों की नीलामी से सरकार को 128.83 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्त हुए हैं. राज्य भर के 674 बालूघाटों में 544 बालू घाटों की बंदोबस्ती की गयी है. जिससे यह राशि प्राप्त हुई है. इसमें 80 फीसदी राशि पंचायतों को दी गयी है. शेष 20 फीसदी राशि खान विभाग के राजस्व […]
सुनील चौधरी
रांची : बालू घाटों की नीलामी से सरकार को 128.83 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्त हुए हैं. राज्य भर के 674 बालूघाटों में 544 बालू घाटों की बंदोबस्ती की गयी है. जिससे यह राशि प्राप्त हुई है. इसमें 80 फीसदी राशि पंचायतों को दी गयी है. शेष 20 फीसदी राशि खान विभाग के राजस्व में शामिल किये जायेंगे.
देवघर के बालू घाटों की सर्वाधिक बोली: राज्य के 24 जिलों में देवघर के बालों घाटों से सबसे अधिक राशि प्राप्त हुई है. देवघर में 25 बालू घाट हैं, जिसमें 24 की नीलामी हुई है. इससे 20.66 करोड़ रुपये राजस्व मिले हैं. चतरा के 22 में से 21 बालू घाट से 12.01 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं.
वहीं पलामू के 63 बालू घाटों में 36 की बंदोबस्ती से 18.90 करोड़ रुपये मिले हैं. जमशेदपुर के 40 बालू घाटों में 32 की नीलामी हुई है. इससे 15.95 करोड़ रुपये मिले हैं. रांची में 32 बालू घाट हैं, जिसमें 27 की नीलामी हो चुकी है. इससे 13.59 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्त हुए हैं. रामगढ़ के 15 बालू घाटों की नीलामी से 10.32 करोड़ रुपये प्राप्त हुए.
वर्ष 2013 में नीलामी से मिले थे 80 करोड़: राज्य सरकार ने पहली बार व्यापक तौर पर बालू घाटों की नीलामी वर्ष 2013 में आरंभ करायी थी. उस समय बालू घाटों की नीलामी से 80 करोड़ रुपये प्राप्त हुए थे. हालांकि एक ही कंपनी द्वारा अलग-अलग जिलों में बालू घाट लिये जाने की वजह से यह विवाद में आ गया था. इसके बाद सरकार ने नीलामी रद्द कर दी थी और दोबारा नीलामी कराने का अादेश दिया था.
पिछली बार की तुलना में इस बार लगभग 48 करोड़ रुपये अधिक राजस्व की प्राप्ति हुई है. जबकि अभी 130 बालू घाटों की नीलामी होना बाकी है. बताया गया कि इन बालू घाटों की नीलामी से भी लगभग 10 से 15 करोड़ रुपये अतिरिक्त राशि प्राप्त होगी.