ओके:::यक्ष्मा आरोग्यशाला में भरती मरीज की मौत
ओके:::यक्ष्मा आरोग्यशाला में भरती मरीज की मौत परिजनों ने किया हंगामा……. हेडिंगफोटो : वार्ड में शव के समीप बिलखते पत्नी व अन्य़26 अक्तूबर को भरती कराया गया थाडॉक्टर पर लापरवाही बरतने का आरोपइटकी़ इटकी यक्ष्मा अरोग्यशाला में भरती एक रोगी जन्मैजय सिंह (50 की मौत मंगलवार को हो गयी ़ इसके लिए चिकित्सक की लापरवाही […]
ओके:::यक्ष्मा आरोग्यशाला में भरती मरीज की मौत परिजनों ने किया हंगामा……. हेडिंगफोटो : वार्ड में शव के समीप बिलखते पत्नी व अन्य़26 अक्तूबर को भरती कराया गया थाडॉक्टर पर लापरवाही बरतने का आरोपइटकी़ इटकी यक्ष्मा अरोग्यशाला में भरती एक रोगी जन्मैजय सिंह (50 की मौत मंगलवार को हो गयी ़ इसके लिए चिकित्सक की लापरवाही बताते हुए परिजनों ने आरोग्यशाला के इंटर वार्ड में काफी हो हंगामा किया़ आरोग्यशाला प्रशासन के समझाने व चिकित्सक के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई किये जाने के आश्वासन के बाद परिजन शांत हुए व शव को अपने साथ ले गये़ जानकारी के अनुसार, बुढ़मू प्रखंड के बड़का बुढ़मू गांव के यक्ष्मा रोग से ग्रसित जन्मैजय सिंह को आरोग्यशाला के पीओ वार्ड के बेड नंबर 10 में 26 अक्तूबर को भरती कराया गया था़ दो नवंबर की रात को जन्मैजय की हालत ज्यादा खराब हो गयी़ वार्ड में तैनात नर्स ने इसकी सूचना इमरजेंसी में तैनात चिकित्सक को देने का प्रयास किया, परंतु इमरजेंसी में तैनात चिकित्सक डॉ एसएन सिन्हा के आरोग्यशाला में उपलब्ध नहीं रहने के कारण नर्स को इसमें सफलता नहीं मिली़ अंतत: जन्मैजय की मौत मंगलवार की सुबह करीब पांच बजे हो गयी़ इसकी सूचना जन्मैजय के परिजनों को दी गयी़ सूचना पर पहुंचे परिजनों ने मौत का कारण चिकित्सक उपलब्ध नहीं रहने को मान कर हंगामा शुरू कर दिया़ रोगी की मौत के दो घंटे बाद पहुंचे आरोग्यशाला के उपाधीक्षक डॉ शंकर रंजन ने जन्मैजय की जांच की व उसे मृत घोषित कर दिया़ डॉ रंजन के समझाने व आवश्यक कार्रवाई के आश्वासन के बाद परिजन जन्मैजय के शव को लेकर घर लौटे़ इस संबंध में पूछे जाने पर आरोग्यशाला के अधीक्षक डॉ आरसी सहाय ने बताया कि दो नवंबर को डॉ एसएन सिन्हा की इमरजेंसी डयूटी थी, परंतु बिना सूचना के वे रात्रि डयूटी पर नहीं आये़ डॉ सहाय ने स्वीकार किया कि रोगी को समय पर डॉक्टर की सेवा उपलब्ध नहीं हुई, यह गंभीर विषय है़ डॉ सिन्हा के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई किये जाने की जानकारी भी अधीक्षक ने दी है़ अधीक्षक डॉ सहाय ने यह भी स्वीकार किया कि डॉ सिन्हा सप्ताह में एक या दो दिन ही आरोग्यशाला में डयूटी पर आते हैं. उन्हें इस संबंध में कई बार नोटिस दिया गया है व उनकी हाजिरी काटी गयी है़