संजीव सिंह (रांची). केंद्रीय विश्वविद्यालय, झारखंड (सीयूजे) को कांके अंचल स्थित चेरी-मनातू में स्थायी परिसर के लिए राज्य सरकार द्वारा हस्तांतरित जमीन में से 59.97 एकड़ भूमि पर भू-माफियाओं ने कब्जा कर लिया है. उक्त जमीन पर भू-माफिया अवैध भवन सहित चौड़ी सड़क का निर्माण भी करा रहे हैं.
वर्ष 2009 में राज्य सरकार ने विवि को नि:शुल्क 500 एकड़ जमीन उपलब्ध कराने का लिया था निर्णय
वर्ष 2009 में विवि की स्थापना के समय ही राज्य सरकार ने विवि को नि:शुल्क 500 एकड़ जमीन उपलब्ध कराने का निर्णय लिया था. इसके तहत चेरी-मनातू गांव में 17 अक्तूबर 2011 को राज्य सरकार द्वारा 319.29 एकड़ गैरमजरुआ जमीन विवि को हस्तांतरित की गयी थी. इस बीच विवि के एकेडमिक भवन-तीन (स्कूल स्टाइल बिल्डिंग) के समीप भू-माफियाओं द्वारा गांव मनातू, शीट संख्या-2, थाना संख्या-76 के खाता संख्या-201 के प्लॉट संख्या-511, खाता संख्या-186 के प्लॉट संख्या-507 व 509, खाता संख्या-108 के प्लॉट संख्या-502 व 506, खाता संख्या-214 प्लॉट संख्या-510 पर अवैध रूप से कब्जा कर निर्माण शुरू कर दिया गया. इस प्लॉट पर चौड़ी सड़क भी बनायी जा रही है. जबकि500 एकड़ में से खाता संख्या-214 के प्लॉट संख्या 510 और खाता संख्या-108 के प्लॉट संख्या-506 पूर्व में ही विवि को हस्तांतरित किया जा चुका है.सीएम, उपायुक्त और सीओ दी गयी है लिखित जानकारी, पर नहीं हो रही कार्रवाई
सीयूजे के कुलपति प्रो क्षिति भूषण दास ने कहा कि यह बात सही है कि राज्य सरकार द्वारा जमीन हस्तांतरण की कागजी कार्रवाई पूरी हुई है, लेकिन कई एकड़ जमीन विवि को नहीं मिल पायी है. यह राज्य सरकार के पास लंबित है. बाहरी लोगों द्वारा उक्त जमीन पर अवैध रूप से निर्माण कार्य आरंभ किया गया है. विवि की तरफ से मुख्यमंत्री सहित रांची के उपायुक्त और अंचलाधिकारी को इसकी लिखित जानकारी दी गयी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. इससे कब्जा करनेवालों का मनोबल बढ़ रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है