हाथी ने एक को कुचलकर मार डाला, सड़क जाम

हाथी ने एक को कुचलकर मार डाला, सड़क जाम हेडिंग – आक्रोशित ग्रामीणों ने रेंजर व डीएफओ को पीटा- कई पदाधिकारियों को चार घंटे तक बंधक बनाये रखा- बीडीओ भागकर एक घर में जा छिपे और पिटने से बच गये- मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग पर अड़े रहे ग्रामीणफोटो : 03 जाम 05, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 3, 2015 10:27 PM

हाथी ने एक को कुचलकर मार डाला, सड़क जाम हेडिंग – आक्रोशित ग्रामीणों ने रेंजर व डीएफओ को पीटा- कई पदाधिकारियों को चार घंटे तक बंधक बनाये रखा- बीडीओ भागकर एक घर में जा छिपे और पिटने से बच गये- मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग पर अड़े रहे ग्रामीणफोटो : 03 जाम 05, 06प्रतिनिधि, कुंडहितथाना क्षेत्र के बाबूपुर गांव का प्रफुल मंडल (59) सुबह खेत में धान बांधने गया था. जहां हाथी द्वारा कुचले जाने से उसकी मौत हो गयी. बुरी तरह कुचले जाने से उसका शरीर छितरा गया. आक्रोशित ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचे रेंजर और डीएफओ की जमकर धुनाई कर दी. ग्रामीणों ने इनलोगों काे पास के ही एक स्कूल में करीब चार घंटे तक बंधक बनाये रखा. बीडीओ को भागकर एक घर में छिपना पड़ा.ग्रामीणों ने मुआवजा एवं सरकारी नौकरी देने की मांग को लेकर सुबह सात बजे से ही बाबुपुर में दुमका-आसनसोल मुख्य मार्ग को जाम कर दिया था. रेंजर सुखनंदन कुमार जैसे ही बाबुपुर गांव पहुंचे आक्रोशित लोगाें ने उनकी जमकर धुनाई कर दी. रेंजर को इतना पीटा गया कि उनका शर्ट-पैंट फट गया. नाला एसआई अमरनाथ ठाकुर ने रेंजर को बचाया. जाम स्थल पर डीएफओ राजकुमार साह के पहुंचते ही ग्रामीण उन पर भी टूट पड़े. ग्रामीणों ने इनलाेगों को उत्क्रमित उच्च विद्यालय बाबुपुर में 11 बजे से तीन बजे तक बंधक बनाकर रखा. बीडीओ अरबिंद कुमार ओझा भागकर एक घर में छिप गये. डीएसपी राजबली शर्मा ने ग्रामीणों को समझा बुझा कर पदाधिकारियों को छुड़ाया. मारपीट के दरमियान डीएफओ का एक कीमती मोबाइल भी खो गया. ग्रामीणों की मांग थी कि हाथी को भगाने का स्थायी समाधान किया जाए और मृतक के परिवार को सरकारी नौकरी की दी जाए. डीएफओ राजकुमार साह ने विभाग की ओर से तत्काल 20 हजार रुपये सौंपा और नौकरी के लिए डीसी को लिखने की बात कही. हाथी भगाने वाले दस्ते को फोन कर बुलाया गया है.मौके पर बागडेहरी, फतेहपुर, नाला एवं कुंडहित थाना की पुलिस संयुक्त रूप से जुटी हुई थी. फिर भी भीड़ को काबू नहीं किया जा सका. सुबह सात बजे से अपराह्न तीन बजे तक सड़क जाम रहने से सिंहवाहिनी उच्च विद्यालय में चल रहा मतदान का प्रशिक्षण बाधित हुआ. प्रखंड कार्यालय में चुनाव में लगे पदाधिकारी, कर्मचारी जाम में फंसे रह गये. विद्यालय के शिक्षक भी बहुत सारे जाम में फंसे रहे जिससे अधिकांश विद्यालय बंद रहे. प्रखंड कार्यालय में चल रहे मुखिया एवं वार्ड सदस्यों का नामाकंन पर भी असर पड़ा. कई लोग आज नामांकन नहीं कर पाये.विदित हो कि आये दिन हाथी द्वारा लोगों को कुचलकर मारे जाने की घटनाओं को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश व्याप्त था. करीब पंद्रह गांवों के लोगाें ने एक साथ मिलकर सड़क जाम किया और हाथी के कहर से बचाने की स्थायी निराकरण व्यवस्था करने की विभाग से मांग की.

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