वारदात: तुपुदाना के डुंगरी गांव में पीएलएफआइ और पुलिस में मुठभेड़, बाल-बाल बचे एएसपी प्रशांत
रांची: तुपुदाना ओपी क्षेत्र के डुंगरी गांव में गुरुवार को पीएलएफआइ के उग्रवादियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ की घटना घटी. इस दौरान दोनों ओर से फायरिंग भी हुई. इसमें पीएलएफआइ के दो उग्रवादियों को गोली लगने की बात सामने आयी है. बाद में पुलिस को भारी पड़ता देख सभी उग्रवादी जंगल के अंदर भाग […]
रांची: तुपुदाना ओपी क्षेत्र के डुंगरी गांव में गुरुवार को पीएलएफआइ के उग्रवादियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ की घटना घटी. इस दौरान दोनों ओर से फायरिंग भी हुई. इसमें पीएलएफआइ के दो उग्रवादियों को गोली लगने की बात सामने आयी है. बाद में पुलिस को भारी पड़ता देख सभी उग्रवादी जंगल के अंदर भाग निकले.
बाद में पुलिस ने पीछा कर उग्रवादियों को घेरने का प्रयास भी किया, लेकिन सभी बच निकले. गोलीबारी में हटिया एएसपी प्रशांत आनंद बाल- बाल बच गये. मुठभेड़ के बाद घटनास्थल के आसपास सर्च अभियान चलाया गया. घटनास्थल से पुलिस को उग्रवादियों द्वारा छोड़े गये दो देसी राइफल और कुछ गोलियां मिली हैं. उग्रवादियों के खिलाफ पुलिस का अभियान जारी है.
जानकारी के अनुसार हटिया एएसपी को सूचना मिली थी कि पीएलएफआइ का उग्रवादी दिनेश साहू तुपुदाना ओपी क्षेत्र के व्यवसायियों से लेवी मांग रहा है. एएसपी को यह भी सूचना मिली थी कि दिनेश साहू दस्ते के सदस्यों के साथ डुंगरी गांव में व्यवसायियों से लेवी वसूलने के लिए दिन के तीन बजे पहुंचनेवाला है.
इसी सूचना पर उग्रवादियों को ट्रेप करने के लिए एएसपी ने योजना तैयार की. वह खुद अभियान का नेतृत्व करते हुए पुलिस की टीम के साथ गांव पहुंचे. एएसपी की योजना उग्रवादियों को गिरफ्तार करने की थी, लेकिन उग्रवादी समझ गये कि लेवी देने व्यवसायी नहीं, बल्कि पुलिसवाले हैं. इसके बाद उग्रवादियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. बचाव में पुलिस ने भी उग्रवादियों पर फायरिंग की. इसके बाद उग्रवादी वहां से भागने लगे. हटिया एएसपी प्रशांत आनंद के अनुसार दस्ता का नेतृत्व दिनेश साहू कर रहा था. वह खुद ही लेवी लेने साथियों के साथ पहुंचा था.