पुरानी एमआरपी की बोतलों ने बढ़ायी शराब व्यापारियों की परेशानी
पुरानी एमआरपी की बाेतलों ने बढ़ायी शराब व्यापारियों की परेशानीझारखंड में महंगी हुई शराबबिवरेज कॉरपोरेशन पुरानी एमआरपी की बोतलों में कर रहा है शराब की सप्लाई वरीय संवाददाता, रांची सरकार द्वारा शराब की ड्यूटी बढ़ाने की वजह से राज्य में शराब महंगी हो गयी है. औसत स्तर के शराब की एक फुल बोतल की कीमत […]
पुरानी एमआरपी की बाेतलों ने बढ़ायी शराब व्यापारियों की परेशानीझारखंड में महंगी हुई शराबबिवरेज कॉरपोरेशन पुरानी एमआरपी की बोतलों में कर रहा है शराब की सप्लाई वरीय संवाददाता, रांची सरकार द्वारा शराब की ड्यूटी बढ़ाने की वजह से राज्य में शराब महंगी हो गयी है. औसत स्तर के शराब की एक फुल बोतल की कीमत लगभग 50 रुपये बढ़ गयी है. शराब की कीमत में वृद्धि से शराब व्यापारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल, बिवरेज कॉरपारेशन द्वारा बढ़ी हुई ड्यूटी वसूल कर शराब की पुरानी एमआरपी की बोतलों की ही सप्लाई की जा रही है. इधर, प्रभात खबर में एमआरपी से अधिक पर शराब बेचे जाने की खबर छपने के बाद से उत्पाद विभाग ने कार्यवाही शुरू की. उसके बाद से शराब दुकानों में एमआरपी पर ही शराब बेची जा रही थी. अब कॉरपोरेशन द्वारा बढ़ी ड्यूटी वसूल कर पुरानी एमआरपी पर शराब की सप्लाई करने के कारण शराब व्यापारियों की परेशानी बढ़ गयी है. एमआरपी पर ही शराब खरीदने की जिद करते हुए ग्राहकों से शराब दुकानों में झगड़ा-झंझट आम हो गया है. इस बारे में पूछे जाने पर उत्पाद विभाग के सचिव सत्येंद्र सिंह ने कहा : शराब की नयी एमआरपी निर्धारित कर दी गयी है. परंतु, नयी एमआरपी का लेबल छपने में लगभग एक महीने का समय लगेगा. इसके अलावा पुराने स्टॉक पर नया लेबल चिपकाना संभव नहीं है. गड़बड़ी की आशंका के कारण शराब की बोतलों पर नयी एमआरपी का टैग लगाना भी संभव नहीं है. इस वजह से थोड़ी परेशानी हो रही है. जल्द ही कॉरपाेरेशन नये एमआरपी की बोतलों की सप्लाई शुरू कर देगा. दिक्कत दूर कर ली जायेगी.