ओके:::पिठोरिया: जतरा में दिखी परंपरा की झलक
ओके:::पिठोरिया: जतरा में दिखी परंपरा की झलकपिठोरिया़ ईचापीड़ी-नावाडीह में बारह पड़हा सोहराई डाइर जतरा का आयोजन किया गया़ इसमें मुख्य अतिथि के रूप में आदिवासी सरना समिति के संयोजक वीरेंद्र भगत शामिल हुए़ उन्होंने कहा कि आदिवासी अपनी संस्कृति व परंपरा को सहेज कर रखने में सफल हो रहे हैं. जतरा में हमारी संस्कृति की […]
ओके:::पिठोरिया: जतरा में दिखी परंपरा की झलकपिठोरिया़ ईचापीड़ी-नावाडीह में बारह पड़हा सोहराई डाइर जतरा का आयोजन किया गया़ इसमें मुख्य अतिथि के रूप में आदिवासी सरना समिति के संयोजक वीरेंद्र भगत शामिल हुए़ उन्होंने कहा कि आदिवासी अपनी संस्कृति व परंपरा को सहेज कर रखने में सफल हो रहे हैं. जतरा में हमारी संस्कृति की झलक देखने को मिलती है़ इस अवसर पर चारे भगत, फूलचंद तिर्की, नारायण उरांव, शिवा कच्छप व बिरसा उरांव ने भी अपने विचार रखे़ जतरा में फुटबॉल प्रतियोगिता का फाइनल मैच पतागांई व झीरी की टीमों के बीच खेला गया, जिसमें पतागांई की टीम एक गोल से विजयी रही़ इससे पूर्व परंपरा के अनुसार जतरा स्थल की पूजा की गयी़ इसके बाद पारंपरिक वेशभूषा में लोगों ने गीत-नृत्य प्रस्तुत किया़ जतरा के आयोजन में वीरेंद्र उरांव, फ्रांसिस लिंडा, विनोद उरांव, संदीप उरांव, दशरथ उरांव, विजय उरांव सहित अन्य की भूमिका सराहनीय रही़ इधर, ओखरगढ़ जारा में भी सोहराई डाइर जतरा लगा़