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हम करेली छठ बरतिया….

हम करेली छठ बरतिया….नहाय खाय के साथ महापर्व छठ शुरू, खरना आजलाइफ रिपोर्टर @ रांची कांच ही बांस के बहंगिया… केरवा जे फरेला घवद से… ओह पर सुगा मेड़राय… सेविले चरन तोहार हे छठी मइया… महिमा तोहर अपार… उगु न सुरुज देव भइलो अरग के बेर…हम करेली छठ बरतिया से उनखे लागी… आदि मधुर छठ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 15, 2015 6:13 PM

हम करेली छठ बरतिया….नहाय खाय के साथ महापर्व छठ शुरू, खरना आजलाइफ रिपोर्टर @ रांची कांच ही बांस के बहंगिया… केरवा जे फरेला घवद से… ओह पर सुगा मेड़राय… सेविले चरन तोहार हे छठी मइया… महिमा तोहर अपार… उगु न सुरुज देव भइलो अरग के बेर…हम करेली छठ बरतिया से उनखे लागी… आदि मधुर छठ गीतों से राजधानी गूंज रही है. रविवार को नहाय खाय के साथ चार दिवसीय महापर्व छठ शुरू हो गया. नहाय खाय के दिन व्रती विभिन्न नदी-तालाब, जलाशय, कुआं और घरों में प्रात: स्नान ध्यान किये. पूजा-अर्चना की गयी. इसके पहले घरों की विशेष साफ-सफाई की गयी. व्रतधारियों ने कद्दू,चावल और दाल आदि बनाये अौर उसे भगवान को अर्पित किया. आज खरनाआज खरना है. व्रतधारी प्रात: स्नान ध्यान के बाद शाम को भगवान को अर्पित की जानेवाली प्रसाद की तैयारी में लग जाएंगे. दिन भर उपवास के बाद शाम में भगवान भाष्कर की पूजा-अर्चना होगी. फिर उन्हें खीर, रोटी, मूली, केला सहित अन्य पूजा सामग्री अर्पित करने के बाद मंगलकामना की प्रार्थना करेंगे. प्रसाद का वितरण होगा. …………………………………कल शाम 5.34 बजे होगा सूर्यास्त साेमवार की रात 12.14 बजे तक पंचमी है. इसी दिन से व्रतधारियों का 36 घंटे का कठोर निर्जला व्रत शुरू हो जायेगा. मंगलवार को व्रतधारी शाम में डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देंगे. रांची के स्थानीय समय के अनुसार शाम 5.34 बजे सूर्यास्त होगा. बुधवार को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जायेगा. स्थानीय समय के अनुसार 6.49 बजे सूर्योदय है. इसी के साथ चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन हो जायेगा.

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