पारंपरिक व्यवस्था का संरक्षण जरूरी
नामकुम़: जतरा हमारे समाज में उल्लास व उत्सव का प्रतीक होता है़ इसका विकास में कितना उपयोग हो, यह हमारे ऊपर निर्भर करता है. जतरा हमारी पारंपरिक व्यवस्था का एक अभिन्न अंग है तथा इसका संरक्षण जरूरी है. ये बातें विधायक रामकुमार पाहन ने मंगलवार को नामकुम के खरसीदाग में उदयपुर सिरी परगना पड़हा राज […]
नामकुम़: जतरा हमारे समाज में उल्लास व उत्सव का प्रतीक होता है़ इसका विकास में कितना उपयोग हो, यह हमारे ऊपर निर्भर करता है. जतरा हमारी पारंपरिक व्यवस्था का एक अभिन्न अंग है तथा इसका संरक्षण जरूरी है.
ये बातें विधायक रामकुमार पाहन ने मंगलवार को नामकुम के खरसीदाग में उदयपुर सिरी परगना पड़हा राज द्वारा आयोजित पड़हा जतरा सह बिरसा जयंती समारोह के दौरान कही़ विधायक ने भगवान बिरसा मुंडा के जीवन को हर उस वंचित झारखंडवासी के लिए आदर्श बताया, जो निरंतर संघर्ष कर अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ रहा है.
गुमला विधायक शिवशंकर उरांव ने इस क्षेत्र में फुटबॉल के प्रति युवाओं के रूझान को सराहा व स्टेडियम निर्माण के लिए विधिसम्मत प्रस्ताव की मांग की, जिसे अपने स्तर पर पूरा करने का अाश्वासन भी दिया. कार्यक्रम को एडीजी रेजी डुंगडुंग ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम के दौरान आयोजित फुटबॉल प्रतियोगिता में विजयी रही खरसीदाग की टीम पुरुष व सहेरा की टीम महिला को पुरस्कृत भी किया गया. मौके पर पड़हा राजा हरिश्चंद्र सिंह मुंडा, मतियस तिर्की, सुंदरी तिर्की, आरती कुजूर, रामावतार केरकेट्टा, अमन भुतकुमार आदि उपस्थित थे. मेले के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया़