..तो किसानों को मिल जाती जानकारी

रांचीः समाहरणालय में स्थित किसान सेवा सह ऋण परामर्शी सेवा केंद्र की स्थापना वर्ष 2009 में की गयी, लेकिन आजतक विभागीय पदाधिकारी इस केंद्र में नहीं आये. न ही यहां विभागीय योजनाओं की जानकारी ही उपलब्ध करायी गयी. इसका उद्देश्य किसानों को योजनाओं व ऋण संबंधी जानकारी देना है. परामर्शी केंद्र कृषि विभाग के अधीन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 11, 2013 4:27 AM

रांचीः समाहरणालय में स्थित किसान सेवा सह ऋण परामर्शी सेवा केंद्र की स्थापना वर्ष 2009 में की गयी, लेकिन आजतक विभागीय पदाधिकारी इस केंद्र में नहीं आये. न ही यहां विभागीय योजनाओं की जानकारी ही उपलब्ध करायी गयी.

इसका उद्देश्य किसानों को योजनाओं व ऋण संबंधी जानकारी देना है. परामर्शी केंद्र कृषि विभाग के अधीन आता है. लेकिन, यह केंद्र विभाग की प्राथमिकता सूची में नहीं है. इसके कारण दूर-दराज से आने वाले किसानों को योजनाओं से संबंधित जानकारी नहीं मिल पाती. इस केंद्र में कार्यालय प्रभारी के रूप में पदस्थापित राज राजेश्वर सिन्हा किसानों को ऋण व कृषि परामर्श दे रहे हैं.

वर्ष 2010 से लेकर आज तक 4089 शिकायतें आयीं. इनमें से 70 प्रतिशत मामलों का निष्पादन हो चुका है. यह केंद्र स्टेट लेबल बैंकर्स कमेटी की कृषि उप समिति है. इसकी स्थापना स्टेट लेबल बैंकर्स कमेटी, सांस्थिक वित्त व कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग एवं कृषि विभाग के संयुक्त प्रयास से की गयी है.

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