हरमू नदी के किनारे बसने लगे खटाल
रांची: हरमू नदी के सौंदर्यीकरण कार्य में फिर बाधा उत्पन्न हो सकती है. ऐसा इसलिए होगा, क्योंकि एक ओर जहां नदी के किनारे मिट्टी भरने व समतल करने का कार्य चल रहा है, वहीं दूसरी ओर समतल स्थान पर खटाल भी बसाये जाने लगे हैं. खटाल वालों ने समतल की गयी जमीन पर जानवरों को […]
रांची: हरमू नदी के सौंदर्यीकरण कार्य में फिर बाधा उत्पन्न हो सकती है. ऐसा इसलिए होगा, क्योंकि एक ओर जहां नदी के किनारे मिट्टी भरने व समतल करने का कार्य चल रहा है, वहीं दूसरी ओर समतल स्थान पर खटाल भी बसाये जाने लगे हैं. खटाल वालों ने समतल की गयी जमीन पर जानवरों को बांधना शुरू कर दिया है. इस कारण वहां गंदगी व गोबर का अंबार लगने लगा है. इसके बावजूद नगर निगम प्रशासन एवं जिला प्रशासन द्वारा इन्हें नहीं हटाया जा रहा है. इधर, प्रशासन का कहना है नदी का जिम्मा अब झारखंड अर्बन काॅरपोरेशन (जुडको) का है.
जमीन खरीदी है, तो हटेंगे कैसे : जानकारी के अनुसार खटालवाले यह कहते हैं कि हमने जमीन खरीदी है, तो हटेंगे कैसे. हम अपनी जमीन पर कुछ भी करें, इससे प्रशासन को क्या मतलब है. हमारी जमीन खाली है, तो गाय-भैंस बाधेंगे ही. जब सरकारी काम हाेगा, तो जानवर को हटा लेंगे.
खटाल वाले सुबह ही समतल स्थान पर अपनी गाय-भैंस बांध देते हैं. इससे सौंदर्यीकरण कार्य में लगे कर्मचारियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. जानकारी के अनुसार जब कर्मचारी इन्हें हटाने का प्रयास करते हैं तो खटाल वाले उन पर ही भड़कना शुरू कर देते हैं. ऐसे में अगर प्रशासन ने प्रारंभिक स्तर पर ही खटाल वालों को हटाना शुरू नहीं किया, तो बाद में अतिक्रमित भू-भाग को खाली कराना आसान नहीं होगा.
हमने नदी पर अतिक्रमित स्थान को खाली करा कर जुडको को सौंप दिया है. अब अतिक्रमण हटाना, सौंदर्यीकरण करना जुडको की जिम्मेदारी है. वैसे अतिक्रमण जैसी कोई भी सूचना जुडको द्वारा नहीं दी गयी है. अमित कुमार, एसडीओ रांची