अवांछित में कलाकारों का बेहतरीन अभिनय
अवांछित में कलाकारों का बेहतरीन अभिनयरांची. अपर बाजार गोरखनाथ लेन स्थित कांति कृष्ण कला भवन में रविवार को नाटक अवांछित का मंचन किया गया. नाटक में राजतंत्र अौर सत्ता के मद में व्यक्ति क्या कर सकता है इसे दिखाया गया है. नाटक में बताया गया है कि राजतंत्र अौर सत्ता का सुख उस बरगद के […]
अवांछित में कलाकारों का बेहतरीन अभिनयरांची. अपर बाजार गोरखनाथ लेन स्थित कांति कृष्ण कला भवन में रविवार को नाटक अवांछित का मंचन किया गया. नाटक में राजतंत्र अौर सत्ता के मद में व्यक्ति क्या कर सकता है इसे दिखाया गया है. नाटक में बताया गया है कि राजतंत्र अौर सत्ता का सुख उस बरगद के समान है जो अपने पीछे किसी भी पौधे को पनपने नहीं देता. विरोध करनेवालों को ऐसी काल कोठरी में धकेल देता है जहां रोशनी की कोई उम्मीद नहीं होती. राजनीति अौर मुनाफाखोरी में अगर पुत्र भी सामने आ जाये, तो उसे भी रास्ते से हटा दिया जाता है. अवांछित नाटक में एक नेता अपने क्षेत्र को सुखाड़ घोषित करना चाहता है, ताकि उसे लाभ हो सके. जब नेता के पुत्र ने उसके गलत इरादे का विरोध किया, तो नेता ने अपने पुत्र को भी पागल करार देकर उसे पागलखाने भिजवा देता है. नाटक में समीर सौरभ, सनी शर्मा, राकेश साहू, सृष्टि दयाल ने अभिनय किया. प्रकाश व्यवस्था कामिनी ताम्रकार और संगीत अशोक गोप ने दिया.