वारदात: नामकुम में आर्म्स की खरीद-बिक्री के लिए जुटे थे अपराधी, हथियार के सौदे में हुआ था विवाद, फिर चली थी गोली

रांची : नामकुम के महुआ टोली स्थित अमेठिया नगर से रविवार काे हथियारों की खरीद-बिक्री के लिए कई अपराधी शालू झुनझुन अपार्टमेंट में जुटे थे़ अपार्टमेंट में ही एक लाख रुपये में छह पिस्तौल व 50 गोली का सौदा तय हुआ था़ इसी बीच पैसे को लेकर विवाद हुआ, जिसके बाद अपार्टमेंट के गार्ड ललन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 24, 2015 1:40 AM
रांची : नामकुम के महुआ टोली स्थित अमेठिया नगर से रविवार काे हथियारों की खरीद-बिक्री के लिए कई अपराधी शालू झुनझुन अपार्टमेंट में जुटे थे़ अपार्टमेंट में ही एक लाख रुपये में छह पिस्तौल व 50 गोली का सौदा तय हुआ था़ इसी बीच पैसे को लेकर विवाद हुआ, जिसके बाद अपार्टमेंट के गार्ड ललन सिंह उर्फ लालू ने गोली चला दी़ गोली डाेरंडा के कुसई कॉलोनी निवासी विजय वर्मा उर्फ पप्पू को लगी.

फिलहाल पुलिस के संरक्षण में उसका इलाज चल रहा है़ इस मामले में पुलिस ने ललन सिंह उर्फ लालू को गिरफ्तार किया है़ वह लखीसराय के बड़हिया थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर का निवासी है, जबकि उसका साथी चंदन सिंह फरार है. ललन के पास से छह पिस्तौल, 40 गोली व कई मोबाइल पुलिस ने बरामद किये हैं. जब्त हथियारों में नाइन एमएम की पिस्टल (मेड इन इटली लिखा हुआ) और ऑटोमेटिक रिवाल्वर (मेड इन यूएस लिखा) शामिल है़ यह जानकारी एसएसपी प्रभात कुमार ने दी़ इस दौरान ग्रामीण एसपी राजकुमार लकड़ा, सिटी एसपी जया राय, डीएसपी वन मुकेश कुमार उपस्थित थे़ एसएसपी ने बताया कि हथियारों की खरीद-बिक्री के लिए अपराधियों के जुटने की सूचना उन्हें मिली थी, जिसके बाद नामकुम थाना प्रभारी अनिल राम, दारोगा चंद्रशेखर सिंह व सशस्त्र बल की टीम ने छापामारी कर अपराधियों का पकड़ा. उनके सराहनीय प्रयास से रांची पुलिस को बड़ी सफलता मिली.
मुंगेर, लखीसराय व औरंगाबाद से आये थे हथियार
एसएसपी ने बताया कि जब्त दो ऑटोमैटिक पिस्टल व रिवाल्वर का प्रयोग एरिया कमांडर स्तर के मोआवादी व पीएलएफआइ के उग्रवादी करते है़ं चार उम्दा हथियार मुंगेर, औरंगाबाद व लखीसराय से मंगाये गये थे. जबकि दो देसी पिस्तौल झारखंड का बना हुआ है़ मेड इन यूएसएस लिखा ऑटोमेटिक पिस्तौल की कीमत 20-20 हजार, मेड इन इटली लिखा रिवाल्वर का मूल्य 15-15 हजार व झारखंड में बने हथियार की कीमत 12-12 हजार रुपये है. वहीं गोलियों की कीमत करीब छह हजार रुपये है. हथियार लालू ही लेकर आया था़ एसएसपी ने बताया कि ललन सिंह उर्फ लालू पर लखीसराय में आर्म्स एक्ट का चार केस दर्ज है़ उन मामलों में वह जेल भी जा चुका है़ वह नामकुम में गार्ड के रूप में काम करते हुए रांची में हथियारों की खरीद-बिक्री करता था़ वहीं विजय वर्मा डोरंडा में हुए एक बम ब्लास्ट के मामले में जेल जा चुका है़ इधर, जख्मी विजय वर्मा के बयान पर गोली चलाने वाले के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है़ .
हथियारों की खरीद बिक्री पर पूर्णत: लगाम लगाना मुश्किल: एसएसपी
एसएसपी ने एक सवाल के जबाव में कहा कि हथियार चावल की बोरी, पुआल के अंदर रख कर या कभी-काभी पेट्रोल व डीजल की टंकी में छिपा कर अलग-अलग तरह से लाये जाते हैं. हालांकि पुलिस अपने स्तर से धर-पकड़ करती है. इसमें पुलिस को सफलता भी मिलती है. इसके बावजूद हथियारों की खरीद बिक्री पर पूर्णत: लगाम लगाना संभव नहीं है़ हालांकि पुलिस अपने स्तर पर प्रयास करती है.

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