वारदात: सहायक अभियंता को गोली मारने के मामले में पुलिस की छापेमारी, एक टीम गयी बिहार, एसएसपी ने स्वीकारा, पुलिस से हुई चूक
रांची: पथ निर्माण विभाग के सहायक अभियंता समरेंद्र प्रसाद पर हमला पुलिस की चूक से वजह से हुई थी. एसएसपी प्रभात कुमार ने संवाददाता सम्मेलन में यह बात स्वीकारी. एसएसपी ने बताया कि जब अरगोड़ा पुलिस को अभियंता से लवकुश शर्मा की ओर से एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने की सूचना मिली थी, तब […]
रांची: पथ निर्माण विभाग के सहायक अभियंता समरेंद्र प्रसाद पर हमला पुलिस की चूक से वजह से हुई थी. एसएसपी प्रभात कुमार ने संवाददाता सम्मेलन में यह बात स्वीकारी. एसएसपी ने बताया कि जब अरगोड़ा पुलिस को अभियंता से लवकुश शर्मा की ओर से एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने की सूचना मिली थी, तब इसकी सूचना थाना प्रभारी के स्तर से वरीय अफसरों को नहीं दी गयी थी. थाने स्तर पर भी समय पर कार्रवाई नहीं हुई. यदि समय पर रंगदारी मांगने की सूचना मिल जाती, तब आवश्यक कार्रवाई होती और संभव था कि लवकुश शर्मा अभियंता पर हमला नहीं कर पाता.
एसएसपी ने बताया कि लापरवाही के आरोप में थानेदार उपेंद्र कुमार राय और मुंशी को निलंबित किया जा चुका है. उनके खिलाफ आरोप गठन के लिए विभागीय कार्रवाई का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है. दोनों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई में आरोप साबित होने पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी. फिलहाल राकेश काे अरगाेड़ा का प्रभारी थानेदार बनाया गया है. एसएसपी ने बताया कि पुलिस लवकुश शर्मा को मुख्य अभियुक्त मान कर जांच कर रही है.
समरेंद्र प्रसाद के चालक के बयान पर लवकुश शर्मा और मोबाइल नंबरधारक अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. रांची, रामगढ़ और आसपास के इलाके से छापेमारी कर लवकुश शर्मा से पहचान रखने वाले व उसके करीबी सहित 10 लोगों को हिरासत में लिया गया है. एसएसपी ने बताया कि समरेंद्र के बारे में यह जानकारी मिली है वह जमीन में रुपये लगाने का काम करते थे. जमीन को लेकर उनका किसी से विवाद था या नहीं, इस बात की जांच की जा रही है. पुलिस की एक टीम को बिहार भेजा गया है. अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए सिटी डीएसपी सुदर्शन आस्तिक के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया है. टीम में लालपुर थाने के सब इंस्पेक्टर बीएन सिंह व बलबीर कुमार समेत अन्य शामिल हैं. इधर, पुलिस को बरियातू के जोड़ा तालाब निवासी एक युवक पर भी फायरिंग का शक है.