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हेमंत सोरेन ने की घोषणा, झामुमो नहीं देगा अपना प्रत्याशी

रांची: झारखंड मुक्ति मोरचा लोहरदगा विधानसभा उपचुनाव में अपना प्रत्याशी नहीं देगा. इसकी घोषणा बुधवार की रात पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष सह नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने की. अपने आवास में पत्रकारों से बात करते हुए श्री सोरेन ने कहा कि पार्टी के अध्यक्ष शिबू सोरेन के निर्देश पर यह फैसला लिया गया है. वह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 26, 2015 3:48 AM
रांची: झारखंड मुक्ति मोरचा लोहरदगा विधानसभा उपचुनाव में अपना प्रत्याशी नहीं देगा. इसकी घोषणा बुधवार की रात पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष सह नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने की. अपने आवास में पत्रकारों से बात करते हुए श्री सोरेन ने कहा कि पार्टी के अध्यक्ष शिबू सोरेन के निर्देश पर यह फैसला लिया गया है. वह सांप्रदायिक ताकतों को रोकना चाहते हैं. इसके लिए प्रत्याशी नहीं उतारने का निर्देश दिया.
गंठबंधन का किया प्रयास
श्री सोरेन ने कहा कि गंठबंधन के लिए वह लगातार प्रयासरत रहे और खुद पहल की, लेकिन कांग्रेस की ओर से सकारात्मक जवाब नहीं आया. इसके बावजूद वोटों का बंटवारा रोकने के लिए पार्टी कुर्बानी दे रही है. पार्टी का मानना है कि एक ही उम्मीदवार विपक्ष की ओर से होना चाहिए. जैसे कि बिहार में हुआ और भाजपा की हार हुई. इसी तरह वह चाहते थे कि झारखंड में भी गंठबंधन हो, पर कांग्रेस की ओर खास पहल नहीं हुई.
बड़े नेताओं ने की बात
सूत्रों ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी बीके हरि प्रसाद व राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ अजय कुमार ने बुधवार को कई बार हेमंत सोरेन से फोन पर बात की. श्री सोरेन उच्चस्तर पर बात करना चाहते थे. पर बात कराने में कांग्रेस के नेता सफल नहीं हो सके. बाद में श्री सोरेन ने उच्चस्तरीय विचार-विमर्श के बाद प्रत्याशी नहीं देने का फैसला किया. गौरतलब है कि लोहरदगा विधानसभा से विधायक चमरा लिंडा की पत्नी और सुखदेव उरांव झामुमो के दावेदार थे.
समर्थन पर फैसला बाद में
कांग्रेस को झामुमो चुनाव में समर्थन देगा या नहीं, इस पर श्री सोरेन ने कहा कि इसका फैसला बाद में किया जायेगा. फिलहाल पार्टी प्रत्याशी नहीं दे रहा है, जबकि झामुमो की लोहरदगा में बेहतर स्थिति है. श्री सोरेन ने कहा कि यदि विधानसभा चुनाव में भी गंठबंधन होता तो भाजपा की आज यहां सरकार नहीं होती, पर कांग्रेस के लोगों ने इसे नहीं होने दिया. उन्होंने कहा कि लोहरदगा के सेक्यूलर लोगों को अब अपना प्रत्याशी चुनना आसान होगा. पार्टी के कार्यकर्ता किस ओर जायेंगे, इसके लिए बाद में निर्देश जारी किया जायेगा. श्री सोरेन के साथ चमरा लिंडा, पार्टी के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य, विनोद पांडेय भी उपस्थित थे.

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