प्रेरणादायी है बरगद की छांव : जस्टिस एमवाइ इकबाल

प्रेरणादायी है बरगद की छांव : जस्टिस एमवाइ इकबालपूर्व महाधिवक्ता एसबी गड़ोदिया के संस्मरण पर आधारित पुस्तक का लोकार्पणलाइफ रिपोर्टर @ रांची सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एमवाइ इकबाल ने कहा है कि पुस्तक बरगद की छांव प्रेरणादायी है. यह किताब पथ प्रदर्शक है. समाज की आंखें खोलनेवाली है. लेखक ने शब्द और लेखनी के माध्यम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 27, 2015 10:52 PM

प्रेरणादायी है बरगद की छांव : जस्टिस एमवाइ इकबालपूर्व महाधिवक्ता एसबी गड़ोदिया के संस्मरण पर आधारित पुस्तक का लोकार्पणलाइफ रिपोर्टर @ रांची सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एमवाइ इकबाल ने कहा है कि पुस्तक बरगद की छांव प्रेरणादायी है. यह किताब पथ प्रदर्शक है. समाज की आंखें खोलनेवाली है. लेखक ने शब्द और लेखनी के माध्यम से मानवीय संवेदनाअों को रेखांकित किया है. माइंड ब्लोइंग पुस्तक है, जो पूर्व महाधिवक्ता एसबी गड़ोदिया के संस्मरणों पर आधारित है. जस्टिस इकबाल शुक्रवार को होटल चाणक्या बीएनआर के उत्सव सभागार में आयोजित एसबी गड़ोदिया के संस्मरण पर आधारित पुस्तक बरगद की छांव के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे. जस्टिस इकबाल ने पूर्व महाधिवक्ता गड़ोदिया को महान व्यक्तित्व बताते हुए नयी पीढ़ी को उनसे प्रेरणा लेने की नसीहत भी दी. श्री गड़ोदिया ने कहा कि रांची में डाॅ यदु गोपाल मुखर्जी रहते थे. वे महान क्रांतिकारी थे. उनके विषय में लोग कम जानते हैं. पश्चिम बंगाल सरकार ने उन्हें निकाल दिया था. इसके बाद वह रांची आ गये. उनके पुत्र डाॅ सिद्धार्थ मुखर्जी हैं, जो लोगों की सेवा में लगे रहते हैं. डाॅ राम मनोहर लोहिया से काफी करीबी रिश्ता था. इन सबकी चर्चा पुस्तक में की गयी है. सभी व्यक्तियों के अंदर लेखन प्रतिभापुस्तक के लेखक प्रभाकर अग्रवाल ने कहा कि सभी व्यक्तियों के अंदर लेखन प्रतिभा छुपी होती है. सिर्फ उभारने की जरूरत है. दुनिया में 22 लाख पुस्तकें छपती हैं, जबकि भारत में यह संख्या सिर्फ 90 हजार के करीब है. श्री गड़ोदिया के संस्मरण पर आधारित बरगद की छांव पुस्तक उपयोगी, मनोरंजक व मार्गदर्शक है. महाधिवक्ता विनोद पोद्दार ने भी विचार रखे. प्रकाशक मेगा माइंड पब्लिकेशन के निदेशक सियाराम जायसवाल ने अतिथियों का स्वागत किया. अतिथियों को शॉल व बुके देकर सम्मानित किया गया. अजय गोस्वामी ने भजन प्रस्तुत किया. मंच का संचालन यशोधरा राठाैर और धन्यवाद ज्ञापन संदीप गड़ोदिया ने किया. इस मौके पर जस्टिस राकेश रंजन प्रसाद, जस्टिस प्रशांत कुमार, जस्टिस अपरेश कुमार सिंह, जस्टिस एस चंद्रशेखर, जस्टिस रंगन मुखोपाध्याय, जस्टिस रत्नाकर भेंगरा और सेवानिवृत्त जस्टिस आरके मेरठिया आदि मौजूद थे.

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