झारखंड के इतिहास में मौलाना आजाद को भी शामिल करना होगा : डॉ रिजवान (तसवीर ट्रैक पर है)
झारखंड के इतिहास में मौलाना अाजाद को भी शामिल करना होगा : डॉ रिजवान (तसवीर ट्रैक पर है)जामिया मिलिया विवि, नयी दिल्ली के प्राध्यापक डॉ रिजवान कैशर ने कहा कि झारखंड का इतिहास गौरवशाली रहा है. इसके इतिहास में हम मौलाना अबुल कलाम आजाद के रांची प्रवास को नजर अंदाज नहीं कर सकते. उन्होंने कहा […]
झारखंड के इतिहास में मौलाना अाजाद को भी शामिल करना होगा : डॉ रिजवान (तसवीर ट्रैक पर है)जामिया मिलिया विवि, नयी दिल्ली के प्राध्यापक डॉ रिजवान कैशर ने कहा कि झारखंड का इतिहास गौरवशाली रहा है. इसके इतिहास में हम मौलाना अबुल कलाम आजाद के रांची प्रवास को नजर अंदाज नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि रांची में मौलाना अाजाद को नजरबंद किया गया था. यहां रह कर उन्होंने पढ़ाई की. मदरसा का सिलेबस भी तैयार किया. इन्होंने ही मदरसा में अंग्रेजी, हिंदी, गणित को शामिल करने पर बल दिया. टैगोर हिल आज भले ही शहर के बीच आ गया हो, लेकिन हम अगर झारखंड के सौ साल के इतिहास पर गौर करते हैं, तो टैगोर हिल भी घने जंगलों के बीच में था.