11 माह में भी नहीं हुई थानों में महिला मुंशी की पोस्टिंग
11 माह में भी नहीं हुई थानों में महिला मुंशी की पोस्टिंग24 जनवरी को एसएसपी ने कहा था हटाये जा रहे हैं पुरुष मुंशी25 जून को पुलिस मुख्यालय ने भी किया था आदेश जारीवरीय संवाददाता, रांचीथानों में मुंशी के पद पर पदस्थापित पुरुष सिपाहियों को हटा कर महिला सिपाही को पोस्ट करने की प्रक्रिया 11 […]
11 माह में भी नहीं हुई थानों में महिला मुंशी की पोस्टिंग24 जनवरी को एसएसपी ने कहा था हटाये जा रहे हैं पुरुष मुंशी25 जून को पुलिस मुख्यालय ने भी किया था आदेश जारीवरीय संवाददाता, रांचीथानों में मुंशी के पद पर पदस्थापित पुरुष सिपाहियों को हटा कर महिला सिपाही को पोस्ट करने की प्रक्रिया 11 माह से चल रही है. लेकिन अब तक यह काम पूरा नहीं हो पाया है. इंजीनियर समरेंद्र प्रसाद को गोली मारे जाने की घटना के एक दिन बाद 24 नवंबर को डीजीपी डीके पांडेय ने पुलिस के सीनियर अफसरों और शहर के थानेदारों के साथ बैठक की. बैठक में उन्होंने आदेश दिया कि शहर के थानों में मुंशी के पद पर पदस्थापित पुलिसकर्मियों को हटा दिया जाये. उनकी जगह पर महिला सिपाही को मुंशी के पद पर पदस्थापित किया जाये. थानों में मुंशी के पद पर महिला पुलिसकर्मी के पदस्थापन के पीछे पुलिस के सीनियर अफसरों की सोच थानों में भ्रष्टाचार को कम करना है. यह पहला मौका नहीं है, जब इस तरह की बातें हुई. 25 जून को पुलिस मुख्यालय ने थानों में पदस्थापित मुंशियों को हटाने का आदेश दिया, साथ ही निर्देश दिया कि थाना में मुंशी के पद पर महिला सिपाही को पोस्टिंग की जाये. एएसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर के कार्यालय के मुंशी को भी बदलने का आदेश दिया गया था. इससे पहले 24 जनवरी को एसएसपी प्रभात कुमार ने कहा था कि थानों में मुंशी के पद पर महिला थाना प्रभारी की पोस्टिंग की जायेगी. एसएसपी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि समाज में यह अवधारणा है कि महिलाएं, पुरुष की अपेक्षा अपने काम के प्रति ज्यादा ईमानदार होती है. महिलाओं के खिलाफ भ्रष्टाचार की कम शिकायत मिलती है. इसलिए भ्रष्टाचार पर नियंत्रण के लिए यह व्यवस्था की जा रही है.