मार्च में टीपीसी के सहयोगी के रूप में गिरफ्तार हुआ था बिंद…

मार्च में टीपीसी के सहयोगी के रूप में गिरफ्तार हुआ था बिंद… अकाउंट में मिले थे दो करोड़ रुपयेवरीय संवाददाता, रांचीचतरा पुलिस ने सोमवार को जिस बिंदेश्वर गंझू उर्फ बिंदु को गिरफ्तार किया, उसे चतरा पुलिस ने इसी साल 13 मार्च को गिरफ्तार किया था. तब बिंदु गंझू पर टीपीसी का सहयोग करने का आरोप […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 30, 2015 10:48 PM

मार्च में टीपीसी के सहयोगी के रूप में गिरफ्तार हुआ था बिंद… अकाउंट में मिले थे दो करोड़ रुपयेवरीय संवाददाता, रांचीचतरा पुलिस ने सोमवार को जिस बिंदेश्वर गंझू उर्फ बिंदु को गिरफ्तार किया, उसे चतरा पुलिस ने इसी साल 13 मार्च को गिरफ्तार किया था. तब बिंदु गंझू पर टीपीसी का सहयोग करने का आरोप था. पुलिस ने उसके पास से 10 लाख रुपये नकद, दो पोकलेन, चार हाइवा और बैंक के कई अकाउंट जब्त किये थे. बताया जाता है कि उसके एक अकाउंट में उस वक्त करीब दो करोड़ रुपये जमा थे. बिंदु गंझू की गिरफ्तारी के बाद टंडवा-पिपरवार में उग्रवादियों के खिलाफ जारी कार्रवाई को अचानक रोक दिया गया था. कुछ दिन बाद बिंदु गंझू जेल से जमानत पर छूट गया. बिंदु पर टीपीसी के लिए ट्रांसपोर्टरों से वसूली का भी आरोप था. बिंदु की दुबारा गिरफ्तारी के बाद पुलिस और कोयला कारोबारियों के बीच तरह-तरह की चर्चा है. एसआइटी जांच व संपत्ति की जांच का की शिफारिशटंडवा व पिपरवार में चल रहे अवैध वसूली को लेकर पुलिस मुख्यालय ने पिछले दिनों एक रिपोर्ट सरकार को भेजी थी. मुख्यालय ने अवैध वसूली और 10 लोगों द्वारा अर्जित किये गये अवैध संपत्ति की जांच एसआइटी से कराने का आग्रह सरकार से किया था. जिन 10 लोगों की संपत्ति की जांच का आग्रह किया गया था, उसमें बिंदु गंझू का भी नाम है. अन्य नौ लोगों में प्रेम सागर मुंडा, बबलू सागर मुंडा, जानकी महतो, अर्जुन गंझू, परमेश्वर गंझू, प्रेम प्रकाश, सुधांशु रंजन, भीखन गंझू और सूरज यादव का नाम शामिल है.

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