चर्च के लिए शक्षिा सेवकाई महत्वपूर्ण : मोडरेटर
चर्च के लिए शिक्षा सेवकाई महत्वपूर्ण : मोडरेटर- धूमधाम से मना ‘बेथेसदा’ का 163वां स्थापना दिवस- बेथेसदा शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम, वेबसाइट का उदघाटनफोटो सुनीलसंवाददाता, रांची जीइएल चर्च के मोडरेटर बिशप जोहन डांग ने कहा कि चर्च के लिए शिक्षा सेवकाई महत्पूर्ण विषय है़ शिक्षा से ही अज्ञानता का अंधकार दूर होता […]
चर्च के लिए शिक्षा सेवकाई महत्वपूर्ण : मोडरेटर- धूमधाम से मना ‘बेथेसदा’ का 163वां स्थापना दिवस- बेथेसदा शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम, वेबसाइट का उदघाटनफोटो सुनीलसंवाददाता, रांची जीइएल चर्च के मोडरेटर बिशप जोहन डांग ने कहा कि चर्च के लिए शिक्षा सेवकाई महत्पूर्ण विषय है़ शिक्षा से ही अज्ञानता का अंधकार दूर होता है और कुरीतियों के बंधन टूटते है़ं वह बेथेसदा दिवस के अवसर पर बेथेसदा शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे़ उन्होंने कहा कि यह ईश्वर को धन्यवाद देने का अवसर है़ इस मौके पर छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किये़ नागपुरी नृत्य, भांगड़ा, संताली नृत्य, डांडिया, मुजरा, वंदना नृत्य, रिमिक्स डांस की धूम रही़ कॉलेज की वेबसाइट का उदघाटन भी किया गया़ कार्यक्रम में डिप्टी मोडरेटर बिशप जेएम तोपनो, एलियाजर तोपनो, प्रदीप कुजूर, अटल इराद खेस, निरंजन एक्का, प्राचार्या अंजलि अमीता हेमरोम उपस्थित थीं.इन्हें किया गया पुरस्कृतवार्षिक पीपीटी परीक्षा 2011-13 : सलोनी तोपनो, मेलम केरकेट्टा, अरुणिमा भेंगरा़ 2012-14 : रिंकू शालिनी आइंद, चांदनी वर्मा, सीमा तोपनो़ 2013-15: अर्चना प्रसाद, रीता प्रधान, सुखमनी पूरती़बेस्ट स्टूडेंट : 2011- 13 अरुणिमा भेंगरा, 2012-14 ऋतु शालिनी, 2013- 15 सुखमनी पूरती़ विज्ञान प्रदर्शनी : द्वितीय वर्ष, 2014- 16 सत्र मंजू मुरमू, बबीता प्रधान, रजनी बागे़ प्रथम वर्ष 2015- 17 सत्र सबीना रहबर, ज्योति शालिनी समद, सुषमा तिग्गा़रंगोली : नूतन कुजूर, पिंकी प्रधान, अनीता अच्छा प्रबंधन : ममता लकड़ाहिंदी निबंध लेखन : कंचन कुमार आइंद, रोज कुमुदनी तिड़ू, रजनी वर्मा़मध्य विद्यालय में श्रेष्ठ छात्राएं पुरस्कृतबेथेसदा मध्य विद्यालय में श्रेष्ठ छात्राओं को पुरस्कृत किया गया़ मुख्य अतिथि रेव्ह सीमांत तिर्की, रेव्ह असफ टेटे, जकरिया लकड़ा व प्रधानाध्यापिका समीला खलखो ने पुरस्कार बांटे़इन्हें मिले पुरस्कारवर्ग एक-ए : दिव्या, मरियम, फिलयंती़ वर्ग एक-बी: आयुषी, रोशनी, सुंदरी़ वर्ग एक-सी : श्रेया, रीता, पायल, कोमल़ वर्ग एक-डी: रूथ, स्नेह, निशा, स्नेहा़वर्ग दो -ए: सानिया, संध्या, राहिल़ दो- बी: सुमन, सुगंधा, रानी़ वर्ग तीन-ए: सोनाली, अंजलि, तसमिया़ वर्ग तीन-बी: अकय झरिया, मुस्कान, रुखसाऱवर्ग चार-ए: सोनाली, एस्थेर, लवली़ वर्ग चार-बी: खुशी, प्रीति, पूनम़वर्ग पांच-ए: मुस्कान, राखी, अंजलि, सलोनी़ वर्ग पांच-बी : दिव्या, सृष्टि, अंकित़ वर्ग छह-ए: निक्की, सेतेंग, गलअफशा, सुभानी़ वर्ग छह-बी : काजल, प्रेरणा, सुमंती, अंजलि़ उच्च विद्यालय में क्रिसमस के आगाज का संदेशबेथेसदा बालिका उच्च विद्यालय में क्रिसमस से जुड़े कार्यक्रम छात्राओं को खूब भाये़ क्रिसमस डांस, यीशु के जन्म से जुड़े नेटिविटी प्ले का मंचन और क्रिसमस फादर की मौजूदगी ने उन्हें क्रिसमस के आगाज का संदेश दिया़ इसके अतिरिक्त आदिवासी नृत्य, नेपाली नृत्य, नाटक भला चरवाहा और रिमिक्स डांस ने भी उनका मनोरंजन किया़ बिशप जॉनसन लकड़ा ने कहा कि आगमन काल में अपने घरों की तरह अपने ह्दय को भी साफ-सुथरा बनाये़ं कार्यक्रम में ऊषा रानी खेस, स्टेला कुल्लू, प्राचार्य आशा बागे उपस्थित थी़ं कार्यक्रम का संचालन रिया कच्छप ने किया़छोटानागपुर में बालिकाओं का पहला स्कूूल है बेथेसदा बेथेसदा स्कूल की स्थापना एक दिसंबर 1852 को जर्मनी से आये गोस्सनर मिशनरियों ने की थी़ प्रथम प्रधानाध्यापिका एम केनेडी के अथक परिश्रम ने रंग लाया और वर्ष 1855 तक विद्यार्थियों की संख्या 80 हो गयी़ स्कूल की छात्राएं हर शनिवार को निकट में अवस्थित क्राइस्ट गिरजाघर की सफाई और सजावट का काम भी करती थी़ं विद्यालय का क्रमिक विस्तार हुआ़ वर्तमान में बेथेसदा बालिका मध्य विद्यालय, बेथेसदा बालिका उच्च विद्यालय, बेथेसदा इंटर बॉलेज, बेथेसदा प्राथमिक शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय और बेथेसदा बीएड कॉलेज संचालित किये जा रहे है़ं