राजद और जदयू के संपर्क में झाविमो, हेमंत से भी हुई बात

रांची : बिहार चुनाव में यूपीए फोल्डर का महागंठबंधन लोहरदगा में दरक गया है़ लोहरदगा में अब तक महागंठबंधन का प्रत्याशी प्रोजेक्ट नहीं हुआ है़. महागंठबंधन के समीकरण में झाविमो ने भी एक कोण बना लिया है़ यूपीए के अंदर की राजनीति ऐसी उलझ गयी है कि किसी एक प्रत्याशी को लेकर सहमति बनना आसान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 2, 2015 7:51 AM
रांची : बिहार चुनाव में यूपीए फोल्डर का महागंठबंधन लोहरदगा में दरक गया है़ लोहरदगा में अब तक महागंठबंधन का प्रत्याशी प्रोजेक्ट नहीं हुआ है़. महागंठबंधन के समीकरण में झाविमो ने भी एक कोण बना लिया है़ यूपीए के अंदर की राजनीति ऐसी उलझ गयी है कि किसी एक प्रत्याशी को लेकर सहमति बनना आसान नहीं है़. लोहरदगा में कांग्रेस और झाविमो अपने-अपने तरीके से यूपीए का नया तानाबाना बुनने में लगे है़ं.

झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने पिछले दिनों राजद का समर्थन हासिल करने पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद से मिलने पटना पहुंचे़ श्री यादव ने लालू प्रसाद से मिल कर बंधु तिर्की का समर्थन मांगा़ श्री प्रसाद ने कहा कि वे इस मुद्दे पर जदयू नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात करेंगे़ इधर, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से झाविमो नेता श्री यादव ने फोन पर बात की़ झामुमो ने भी अब तक समर्थन को लेकर अपना पत्ता नहीं खोला है़ एक-दो दिन में झामुमो अपना स्टैंड साफ करेगा़
लोहरदगा उपचुनाव : महागंठबंधन दरका
पिछले दिनों मैं पटना गया था़ राजद नेता लालू प्रसाद से लोहरदगा उपचुनाव को लेकर बात हुई है़ बातचीत सकारात्मक है़ राजद और जदयू इस मामले में आपस में विचार कर रहे है़ं पटना यात्रा के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री से भेंट नहीं हो पायी थी़, लेकिन नीतीश जी से फोन पर बात हुई है़ हमने अपनी बात रखी है़ नीतीश जी का भी उत्तर उत्साहित करनेवाला था़ वे हमारे साथ आने के पक्ष में दिखे़ आनेवाले दिनों में राजनीतिक स्तर पर बातचीत होती रहेगी़ हम केवल एक सीट पर नहीं, बल्कि आगे भी एक नये गंठबंधन की शुरुआत करना चाहते है़ं कांग्रेस को केवल एक सीट की चिंता है़
प्रदीप यादव, झाविमो विधायक दल के नेता
हेमंत सोरेन से भी बाबूलाल ने की है बात : इधर मिली जानकारी के अनुसार लोहरदगा में समर्थन के लिए बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन से बात की है़ झामुमो से अपने प्रत्याशी बंधु तिर्की के लिए समर्थन मांगा है़ हालांकि झामुमो के लिए झाविमो के साथ जाना फिलहाल सरल नहीं दिख रहा.

Next Article

Exit mobile version