कब मिलेगा मेरे पापा को पैसा
सवाल. रोती-बिलखती जनता दरबार में पहुंची पुष्पा, मंत्री नीलकंठ िसंह मुंडा से पूछा रांची : रोती-बिलखती कर्रा (खूंटी) की विद्यार्थी पुष्पा बुधवार को जनता दरबार में पहुंची. वह मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा के पास जाते ही रोने लगी. रोते हुए अपना दुखड़ा सुनाया. बताया : मेरे पास पढ़ने के लिए पांच रुपये भी नहीं है. […]
सवाल. रोती-बिलखती जनता दरबार में पहुंची पुष्पा, मंत्री नीलकंठ िसंह मुंडा से पूछा
रांची : रोती-बिलखती कर्रा (खूंटी) की विद्यार्थी पुष्पा बुधवार को जनता दरबार में पहुंची. वह मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा के पास जाते ही रोने लगी. रोते हुए अपना दुखड़ा सुनाया. बताया : मेरे पास पढ़ने के लिए पांच रुपये भी नहीं है.
जो हालत है, वो मेरा परिवार ही जानता है. पैसे के लिए सीओ के पास गये, तो उन्होंने भगा दिया. आखिर मेरे पापा ने सरकार का काम किया है, तभी तो पैसा मांग रहे हैं. उसने मंत्री से पूछा कि आखिर आप बतायें कि कब पापा को पैसा मिलेगा? आपको एक सप्ताह में पैसा दिलाना होगा.
उसने कहा, हमलोग बहुत कष्ट में हैं. पैसे के चलते पीजी में दाखिला तक नहीं ले सके. मजबूरी में इग्नू से पीजी कर रहे हैं. उसने बताया कि उसके पिता कर्रा थाना में चौकीदार हैं. राज्य बनने के बाद से आज तक उन्हें वरदी भी नहीं मिली. पैसा भी कभी-कभी मिलता है. सारी बातों को सुनने के बाद मंत्री ने उसे आश्वासन दिया कि जल्द ही भुगतान करा दिया जायेगा. अभी इसके लिए आदेश दिया जा रहा है.
पति को नक्सलियों ने मारा मुआवजे के लिए आयी
पश्चिमी सिंहभूम के जगन्नाथपुर स्थित कुंदरीजोर से जोवना देवी नौकरी व मुआवजा के लिए पहुंची थी. उसके पति रुपेश चंद्र गोप को नक्सलियों ने 18 सितंबर को मार दिया था. वह बताती है : शाम में नक्सली उसके घर आये और पति को अपने साथ ले गये. बाद में उसकी हत्या कर दी. उसने बताया कि उसका पति थाना में काम करता था. उसके पांच बच्चे हैं.
घर में खाने-पीने की दिक्कत हो गयी है. अभी तक मुआवजा भी नहीं मिला है. मंत्री ने तत्काल चाईबासा के डीसी से बात की. डीसी ने महिला को कल बुलाया है.
नौवीं बार पहुंची शाहजहां परवीन
कांटाटोली की शाहजहां परवीन नौवीं बार जनता दरबार पहुंची है. मुख्यमंत्री के जनता दरबार में वह चार बार गयी थी. यहां तक दुमका में लगे जनता दरबार में भी गयी थी. वह कहती है : हर बार की तरह इस बार भी मंत्री ने सिटी एसपी के पास जाने को कहा है. पर पुलिस मेरे मामले में कुछ नहीं करती है. अब तो हम सड़क पर आ जायेंगे.
वह बताती है कि उसके घर पर पड़ोसी कब्जा करना चाह रहे हैं. एक कमरे में ताला भी लगा दिया है. जमीन व घर को लेकर तनवीर अब्बास से केस चल रहा है. पर ये लोग झूठे मुकदमे में भी फंसा रहे हैं. उसने मंत्री से न्याय मांगा.
सहायता के लिए घूम रहा नि:शक्त
हरमू विद्यानगर में रहनेवाले योगेंद्र वर्मा सरकारी सहायता के लिए काफी समय से घूम रहे हैं. वे कहते हैं कि पहले उसकी पान गुमटी थी. अब वह भी नहीं रही. परिवार पालना मुश्किल हो गया है. उसने कहा कि अगर उसे सरकार ऋण दिला दे, तो वह खड़ा हो जायेगा. मंत्री ने इस पर पहल करने की बात कही है.
विश्वनाथ मंदिर धार्मिक स्थल बने
रातू रोड, पिस्का मोड़ व इटकी रोड के लोगों के संयुक्त हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन भी मंत्री को दिया गया. शशि सिंह ने मंत्री के समक्ष पिस्का मोड़ स्थित श्री विश्वनाथ शिव मंदिर का मामला रखा.
साथ ही आग्रह किया कि इसे धार्मिक स्थल के रूप में विकसित किया जाये. परिसर की चहारदीवारी हो, ताकि असामाजिक तत्वों से निजात मिल सके. साथ ही इसके परिसर को अतिक्रमण मुक्त करने का भी आग्रह किया. ज्ञापन में कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिये गये.
वहीं गोला रोड स्थित बाजार समिति के सामने की जमीन का मामला लेकर विनोद गोस्वामी, कमड़े में नीलांचल सहकारी गृह निर्माण समिति की जमीन से संबंधित मामले को लेकर बीएन चौधरी पहुंचे. वहीं रिम्स के दैनिककर्मियों का मामला भी वहां पहुंचा. मंत्री ने कहा कि इसकी जांच करने को कहा गया है कि आखिर कर्मियों को 8000 रुपये से कम करके 4000 रुपये कैसे दिया जा रहा है.
एटीएम से पैसे उड़ाये जाने की शिकायत लेकर भी पहुंचा
रातू बड़काटोली की रहनेवाली किरण कुमारी का 35 हजार रुपये युवकों ने कांठीटांड़ एसबीआइ के एटीएम से उड़ा लिया. उसने जनता दरबार में मंत्री को बताया कि अब वह चाहती है कि इसकी जांच हो और दोषी पकड़े जायें. इसके लिए लिखित शिकायत भी थाना को दिया है. उसने बताया कि घटना 30 दिसंबर की है. एटीएम के सीसी कैमरा में युवकों की तस्वीर होगी, जिसे देख कर वे पकड़ लेंगे. मंत्री ने कहा कि वह आवश्यक निर्देश दे देंगे.
डीसी अॉफिस में काम कर रही महिला कर्मियों को निकाला
डीसी अॉफिस में काम करनेवाली महिला कर्मी ममता देवी व फुदन देवी काम से निकाले जाने की वजह से मंत्री के पास पहुंची. उन्होंने बताया कि वह वर्षों से यहां काम कर रही है. पहले किसी ओर ठेकेदार के अंडर में काम करती थी. अब सफाई का काम दूसरे ठेकेदारों ने ले लिया है. उन्होंने काम से निकाल दिया है.