लॉ यूनिवर्सिटी के रजस्ट्रिार का वेतन घटा
लॉ यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार का वेतन घटा- चांसलर के आदेश पर हुई कार्रवाई-प्रतिमाह 61,690 रुपये की जगह पर ले रहे थे 1,72,000 रुपयेकांके. चीफ जस्टिस सह चांसलर के आदेश के बाद रजिस्ट्रार आलोक सेनगुप्ता का वेतन घटा दिया गया है. अब उन्हें प्रतिमाह केवल 61,690 रुपये का ही भुगतान होगा. वर्ष 2011 में मनोनयन के […]
लॉ यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार का वेतन घटा- चांसलर के आदेश पर हुई कार्रवाई-प्रतिमाह 61,690 रुपये की जगह पर ले रहे थे 1,72,000 रुपयेकांके. चीफ जस्टिस सह चांसलर के आदेश के बाद रजिस्ट्रार आलोक सेनगुप्ता का वेतन घटा दिया गया है. अब उन्हें प्रतिमाह केवल 61,690 रुपये का ही भुगतान होगा. वर्ष 2011 में मनोनयन के बाद से लेकर जून 2014 तक वे प्रतिमाह 1,72,000 रुपये वेतन ले रहे थे. वे अब तक वेतन के रूप में लगभग 20 लाख रुपये की अधिक राशि ले चुके हैं.वीसी ने रजिस्ट्रार के कार्य करने की शक्तियों पर रोक लगा दी थी:यूनिवर्सिटी के स्थापना के समय से रजिस्ट्रर आलोक सेनगुप्ता और मौजूदा वीसी प्रो बीसी निर्मल में नहीं बन रही थी. वीसी प्रो निर्मल ने उनपर अवज्ञा करने, अनुशासनहीनता और अधिक वेतन लेने का आरोप लगाते हुए जून 2014 से उनके कार्य करने की शक्तियों पर रोक लगा दी थी. आठ माह तक उनकी शक्ति पर रोक लगा दी गयी थी, साथ ही 65 साल से अधिक उम्र हो जाने के बाद भी पद पर बने रहने के संबंध में चांसलर से दिशा–निर्देश भी मांगा था.रजिस्ट्रार ने किया इनकार : वेतन घटाए जाने के संबंध में पूछे जाने पर रजिस्ट्रार आलोक सेनगुप्ता ने इस बात से इनकार किया. उन्होंने कहा कि इस संबंध में मैं कल बात करूंगा.