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प्रभात खबर की शौर्य गाथा के विमोचन पर सीएम का एलान शहीदों के गांवों तक पहुंचेंगी सुविधाएं

रांची : रांची के मोरहाबादी मैदान स्थित आर्यभट्ठ सभागार में आज कॉफी टेबल बुक शौर्य गाथा का विमोचन किया गया. इसमें 14 शहीदों की कहानियां दर्ज हैं. इस कॉफी टेबल बुक में उनके संघर्ष की कहानियां हैं. प्रभात खबर ने इसके संकलन के लिए एक टीम गठित की थी और पूरी मेहनत और रिसर्च के […]

रांची : रांची के मोरहाबादी मैदान स्थित आर्यभट्ठ सभागार में आज कॉफी टेबल बुक शौर्य गाथा का विमोचन किया गया. इसमें 14 शहीदों की कहानियां दर्ज हैं. इस कॉफी टेबल बुक में उनके संघर्ष की कहानियां हैं. प्रभात खबर ने इसके संकलन के लिए एक टीम गठित की थी और पूरी मेहनत और रिसर्च के बाद इस पुस्तक को तैयार किया गया है.

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पुस्तक विमोचन के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रघुवर दास मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे. उनके अलावा इस कार्यक्रम में नगर विकास मंत्री सीपी सिंह, सीएम के प्रधान सचिव संजय कुमार और सीसीएल के एमडी समेत कई गण्यमान्य अतिथि मौजूद थे. . कार्यक्रम में इंडियन आयडल फेम पूजा चटर्जी और कवि राहुल जो देशभक्ति कविताएं लिखते हैं मौजूद थे. इन दोनों ने अपने हुनर से कार्यक्रम की गरिमा और बढ़ी दी. पूजा चटर्जी का गाना ऐ मेरे वतन के लोगों ने शहीदों के परिजनों की आंखों में आंसू ला दिए.

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कार्यक्रम की शुरूआत राष्ट्रगान के साथ हुई और राष्ट्रगान के साथ ही शहीदों के सम्मान में भी सभी लोग कुछ देर खड़े रहे. सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कई महत्वपूर्ण बातें कही. उन्होंने शौर्य गाथा के प्रयास के लिए प्रभात खबर को शुभकामनाएं दी और भरोसा जताते हुए कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि इस तरह का कार्यक्रम आगे भी होते रहेंगे. मैं चाहता हूं कि प्रभात खबर यह प्रयास करे कि झारखंड के शहीदों का आकड़ा हमारे पास हो. हम इस तरह के प्रयासों के दम पर अपनी परंपरा और सैनिकों के प्रति सम्मान को दरसा सकते हैं. हमारी कोशिश होगी कि इस तरह की कहानियों को हमारे राज्य की पाठशाला की पुस्तकों में भी जोड़ा जाए.

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मुख्यमंत्री ने शहीद के परिवारों की स्थिति की चर्चा करते हुए कहा, हमें अक्सर मीडिया के माध्यम से यह पता चलता है कि शहीदों के कई गांवों में अबतक सड़क नहीं पहुंची. बिजली नहीं पहुंची, जरूरी सुविधाओं की कमी है. मैं यह कहना चाहता हूं कि हमारे शहीदों का गांव हमारे लिए आदर्श गांव हैं. हम वहां बिजली, पानी, सड़क जैसी अहम सुविधाएं पहुंचाने पर पूरा ध्यान दे रहे हैं.

उन्होंने सीसीएल द्वारा मदद की बातों का जिक्र करते हुए भी शहीदों के परिजनों को सांत्वना दी और कहा, हमने सीसीएल से मदद मांगी थी कि शहीदों के लिए कुछ करें तो उन्होंने घोषणा की है कि शहीदों के परिवार वालों को 20 हजार रुपये दिए जायेंगे. साथ ही शहीदों के परिवार वालों के बच्चों को डीएवी में 10वीं तक की पढ़ाई का खर्च भी उठाया जायेगा.

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मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इस मौके पर राज्य के विकास की भी चर्चा की. उन्होंने कहा, हम विकास के लिए कई काम कर रहे हैं. खेल गांव को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित करना भी हमारा उद्देश्य है. झारखंड में खेल प्रतिभा भरी पड़ी है. हमें खेलगांव के विकास के लिए केंद्र से भी भरोसा मिला है. मुख्यमंत्री ने कहा आज प्रभात खबर के सौजन्य से हम शहीदों को याद कर रहे हैं. संस्कृत में एक श्लोक है जिसका अर्थ है कि जहां शहीदों का सम्मान होता है वहां भगवान बसते हैं. प्रभात खबर के प्रधान संपादक हरिवंश ने इस प्रयास के लिए अपनी टीम का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कहा कि इस तरह का प्रयास किया जाना चाहिए. देश के सैनिकों से हमें बहुत कुछ सीखना चाहिए. सेना के अनुशासन से ही देश आगे बढ़ सकता है. इसे सरल करते हुए उन्होंने समझाया कि सेना के अनुशासन से अर्थ उनकी देश प्रेम की भावना और एकता से है.

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इस सोच के साथ ही देश आगे बढ़ सकता है. साथ ही कई ऐसे उदाहरण दिए जो कई प्रसिद्ध राजनेताओं के थे. उन्होंने इस उदाहरण के जरिये समझाया कि अपने जीवन को किस तरह से सही दिशा में आगे बढ़ायें और कई ऐसी बातें कही जिससे लोगों को प्रेरणा लेनी चाहिए. उन्होंने अब्राहम लिंकन के एक चिट्ठी का जिक्र करते हुए कहा कि एक ऐसी महिला को उन्होंने चिट्ठी लिखी जिसके पांचों बेटों ने देश के लिए जान दे दी. उन्होंने लिखा कि आपको कुछ भी कहने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं. इस तरह की भावना नेताओं में भी है कि वह उनके बलिदान को समझते हैं.

कार्यक्रम की तस्वीर देखने के लिए यहां क्लिक करें

सीसीएल के मैनेजिंग डायरेक्टर गोपाल सिंह ने भी इस कार्यक्रम में प्रभात खबर के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि मैं झारखंड में पैदा हुआ और इस मिट्टी से जुड़ा हूं. मुझे बेहद खुशी है कि आज इस तरह के कार्यक्रम में शामिल होने का मौका मिला. मैं इसके लिए प्रभात खबर को दिल से शुभकामनाएं देता हूं. मैं यह बात गारंटी से कहना चाहता हूं कि वह दिन दूर नहीं जब हमारा राज्य सबसे विकसित राज्यों की श्रेणी में नंबर एक पर खड़ा होगा. मैं यहां संभावनाएं देख रहा हूं. श्री गोपाल ने कहा कि सीसीएल इसका उदाहरण है हम तमाम परेशानियों के बावजूद हम अच्छा काम कर रहे हैं. कई लोग यह मानते हैं कि इंडस्ट्री के विकास के लिए झारखंड में काफी परेशानियां हैं लेकिन हम उदाहण के तौर पर सबके सामने हैं. झारखंड के लोगों में देशभक्ति भरी है.

कार्यक्रम की शुरुआत में सबसे पहले अपनी बात रखते हुए प्रभात खबर के एमडी केके गोयनका ने कहा, आज का दिन बेहद खास है. यह पल हमारे लिए गर्व करने का है. मुझे लगता है ना सिर्फ राज्य में बल्कि पूरे देश में किसी अखबार ने इस तरह का प्रयास नहीं किया होगा. यह एक अनोखा प्रयास है उन्होंने कहा, विजय बहादुर समेत पूरी टीन ने खूब मेहनत की और यह आज संभव हो पाया. शहीदों का सम्मान करना हमारे लिए गर्व की बात है. मैं आप सभी का शुक्रिया अदा करता हूं कि आप इस कार्यक्रम में शामिल हुए.

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बिजनेस हेड विजय बहादुर ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शौर्य गाथा के पीछे की सोच को समाने रखा. उन्होंने कहा कि मैं हमेशा अलबर्ट एक्का और शहीदों के विषय में पढ़ता आया हूं. अचानक मेरे दिमाग में आया कि यह कोशिश करनी चाहिए. मैंने इसे आगे रखा और सबने हमारा साथ दिया और आज कॉफी टेबल बुक के विमोचन के वक्त मुझे याद आ रहा है कि इसके पीछे हमारी पूरी टीम ने कितनी मेहनत की है. हमने एक एक चीज की जांच की चूंकि मामला देश के सम्मान और शहीदों से जुड़ा था. हमने इसके हर पक्ष को ठीक से परखा और अब यह आपके सामने मौजूद है.

सीएम के प्रधान सचिव संजय कुमार भी इस कार्यक्रम में मौजूद थे. उन्होंने कहा कि इस तरह की पुस्तक से लोगों को पढ़कर कर शिक्षा लेनी चाहिए. शहीदों के सम्मान के लिए इस तरह का आयोजन किया जाना चाहिए. उन्होंने पुराने दिनों को याद किया और बताया कि कैसे वह पटना में सायरण की आवाज सुनते थे और शहीदों के बलिदान को याद करते थे. उन्होंने एक फिल्म मंथन के अभिनेता का उदाहण देते एक सीन का जिक्र किया कि कैसे एक अभिनेता स्टेशन पर उतरता है और उसे लेने के लिए इलाके का सबसे रईस आदमी अपनी बड़ी गाड़ी के साथ आता है लेकिन अभिनेता उसमें जाने से मना कर देता है. अभिनेता का स्टाफ भी तांगे के साथ था लेकिन वह तांगे में भी नहीं बैठता और पैदल ही चला जाता है.

जब तांगे वाले से पूछा जाता है कि वह तांगे में क्यों नहीं गये तो तांगा वाला कहता है कि इस तांगे की घोड़ी बूढ़ी है इसलिए साहेब पैदल ही चले जा रहे हैं. अभी भी उनमें इतना आदर्श बाकि है. इस कार्यक्रम में कई और वक्ताओं ने भी अपनी बात रखी और प्रभात खबर के प्रयास को सराहा. साथ ही सबने अपील करते हुए कहा कि प्रभात खबर इस तरह का प्रयास करता रहे. साथ ही इस मंच पर प्रभात खबर की खबरों को लेकर भी तारीफ की गयी. सीसीएल के एमडी गोपाल सिंह ने कहा कि प्रभात खबर की प्रथम पृष्ठ इसके माटी से जुड़े होने का सबूत देती है. प्रभात खबर की तरफ से इस कार्यक्रम में प्रधान संपादक हरिवंश, एमडी केके गोयनका, कार्यकारी निदेशक आरके दत्ता, वरिष्ठ संपादक ( झारखंड) अनुज सिन्हा, स्थानीय संपादक विजय पाठक और बिजनेश हेड विजय बहादुर समेत प्रभात खबर परिवार के कई सदस्य भी मौजूद थे.

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