विनम्रता और दानशीलता का संदेश देता है क्रिसमस : सस्टिर ग्रेस

विनम्रता और दानशीलता का संदेश देता है क्रिसमस : सिस्टर ग्रेस- संत पॉल कैथेड्रल परिसर में ऑल चर्चेज कमेटी की क्रिसमस गैदरिंगफोटो सुनीललाइफ रिपोर्टर @ रांची संत पॉल कैथेड्रल परिसर में रविवार की शाम 12 कलीसियाओं के लोग जुटे और क्रिसमस की खुशियां बांटी़ क्रिसमस का केक कटा, सांता क्लॉज ने मिठाइयां बांटी और लोगों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 6, 2015 6:34 PM

विनम्रता और दानशीलता का संदेश देता है क्रिसमस : सिस्टर ग्रेस- संत पॉल कैथेड्रल परिसर में ऑल चर्चेज कमेटी की क्रिसमस गैदरिंगफोटो सुनीललाइफ रिपोर्टर @ रांची संत पॉल कैथेड्रल परिसर में रविवार की शाम 12 कलीसियाओं के लोग जुटे और क्रिसमस की खुशियां बांटी़ क्रिसमस का केक कटा, सांता क्लॉज ने मिठाइयां बांटी और लोगों ने क्रिसमस कैरोल भी गाये़ बच्चों ने मनभावन नृत्य पेश किया. मुख्य वक्ता उर्सुलाइन इंटर कॉलेज की प्राचार्या सिस्टर डॉ मेरी ग्रेस ने कहा कि क्रिसमस विनम्रता और दानशीलता का संदेश देता है़ कई लोग विनम्रता को कमजोरी का पर्याय समझ लेते हैं, पर यीशु ने यह बताया कि सच्ची महानता विनम्रता में है़ एक विनम्र व्यक्ति ही ईश्वर को अपना सृष्टिकर्ता और सब कुछ समझता है़ विनम्र बनने के लिए किसी डिग्री की जरूरत नहीं होती. सिर्फ यीशु का जीवन दर्शन समझने की जरूरत है़ क्रिसमस के अवसर पर खुले ह्रदय से दान करें और इसे सालों भर विभिन्न रूपों में जारी रखे़ं इससे पहले सीएनआइ के बिशप बीबी बास्के ने सबका स्वागत किया़ ……………………….धर्म का स्वरूप बदल देते हैं कट्टरपंथीमुख्य अतिथि झारखंड सदभावना मंच के अध्यक्ष जसबीर सिंह ने कहा कि हर धर्म प्रेम, दया, शांति, सदभावना की बात करता है, पर कुछ कट्टरपंथी अपने धर्म का स्वरूप बदल देते है़ं ऐसे लोग सहिष्णुता को समाप्त करते है़ं धर्म का सही स्वरूप समझना जरूरी है़ सभी एक ही ईश्वर की संतान है़ं न काेई छोटा और न कोई बड़ा है़ जहां दरिद्र की सेवा है, वहां ईश्वर है़ंसाइलेंट नाइट होली नाइट.. कार्यक्रम के दौरान लोगों ने मोमबत्तियां जला कर ‘साइलेंट नाइट होली नाइट..’ कैराेल गाया़ कॉयर टीम ने ‘आया मसीह दुनिया में तू.., आज एक बालक जन्मा है.., बैतुलहम घर के गोहर घरे.., जन्मा है प्यारा यीशु..और शीत पानी झराय..’ क्रिसमस गीत भी प्रस्तुत किये़ इससे पूर्व ममता रॉय ने बाइबल का पाठ किया़ कार्यक्रम का संचालन रोमोला मंजुला होरो ने किया़ये थे मौजूदकायर्क्रम में बिशप अमृत जय एक्का, बिशप दुलार लकड़ा, बिशप जॉनसन लकड़ा, रेव्ह मनमसीह एक्का, सिस्टर इवा जस्टिना रोमोल्ड, सिस्टर जेम्मा, रेव्ह सन्नी डाहंगा, डॉ एलेक्स एक्का, रेव्ह टीएस सिरिल हंस, डॉ रजनी सिंकू, सेत सोनवाणी, जीबी रक्षित, फादर अगुस्टीन केरकेट्टा, मॉरिस किड़ो, रेव्ह अरुण बरवा, शीला लकड़ा, रोखसाना खेस, अटल खेस और कुलदीप तिर्की आदि मौजूद थे

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