झारखंड के लोग नहीं देते लगान और सैरात

रांची : झारखंड के लोग लगान और सैरात के रूप में सरकार को जमीन का टैक्स नहीं चुकाते हैं. लगान के मद में राज्य के लोगों पर सरकार का करोड़ों रुपये बकाया है. लगान नहीं चुकाने के मामले में गिरिडीह, सिमडेगा, चाईबासा, कोडरमा, बोकारो, दुमका, पाकुड़, जामताड़ा, गढ़वा और लातेहार सबसे आगे है. इन जिलों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 9, 2015 6:04 AM
रांची : झारखंड के लोग लगान और सैरात के रूप में सरकार को जमीन का टैक्स नहीं चुकाते हैं. लगान के मद में राज्य के लोगों पर सरकार का करोड़ों रुपये बकाया है. लगान नहीं चुकाने के मामले में गिरिडीह, सिमडेगा, चाईबासा, कोडरमा, बोकारो, दुमका, पाकुड़, जामताड़ा, गढ़वा और लातेहार सबसे आगे है.
इन जिलों के लोगों पर 25 लाख रुपये से 95 लाख रुपये तक के बीच लगान बकाया है. लगान के मद में सबसे ज्यादा बकाया गिरिडीह जिले के लोगों पर है. वहीं, लगान चुकाने के मामले में लोहरदगा और देवघर की स्थिति बहुत अच्छी है. दोनों जिलों में लगान के नाम पर क्रमश: 421 और 228 रुपये ही बकाया है.
सरकारी जमीन इस्तेमाल करने के बदले में सैरात भी नहीं चुकाते लोग: सरकारी जमीन का उपयोग करने के एवज में चुकानेवाले सैरात में भी लोग कंजूसी करते हैं. सैरात नहीं देने के मामले में देवघर नंबर वन है. देवघर पर सैरात के रूप में 11 लाख रुपये से अधिक राशि बकाया है.
इस मद में सिमडेगा, सरायकेला, रामगढ़, देवघर, गोड्डा, जामताड़ा, पलामू समेत कई जिलों के लोगों पर लाखों रुपये बकाया है. जबकि रांची, गुमला, हजारीबाग और बोकारो में सैरात पर जमीन का उपयोग करने वाले शत-प्रतिशत लोग कर चुकाते हैं. इन जिलों में सैरात के रूप में एक रुपये भी बकाया नहीं है.
किस जिला पर कितना है बकाया (रुपये में)
जिला बकाया लगान बकाया सैरात
रांची 19806 00
खूंटी 27182 446
गुमला 24779 00
लोहरदगा 421 11000
सिमडेगा 3547572 902581
चाईबासा 4981584 9595
जमशेदपुर 15600 00
सरायकेला 688324 33138
हजारीबाग 21324 00
जिला बकाया लगान बकाया सैरात
रामगढ़ 1249219 77564
चतरा 3301242 8291
कोडरमा 1196374 63300
गिरिडीह 9509835 922
धनबाद 2992844 20915
बोकारो 123563 00
दुमका 2234283 88230
देवघर 228 1117593
गोड्डा 1610395 064

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