एमएसएमइ से राज्य के 13 लाख लोगों को मिला है रोजगार
एमएसएमइ से राज्य के 13 लाख लोगाें को मिला है रोजगारफोटो—राज वर्माचेंबर ऑफ कॉमर्स एमएसएमइ उड़ान कार्यक्रम में श्रमायुक्त प्रवीण कुमार टोप्पो ने कहा संवाददाता, रांचीश्रमायुक्त प्रवीण कुमार टोप्पो ने कहा कि लघु सूक्ष्म और मध्यम औद्योगिक इकाइयों (एमएसएमइ) से झारखंड में छह लाख उद्यमी जुड़े हुए हैं. इसके माध्यम से करीब 13 लाख लोगों […]
एमएसएमइ से राज्य के 13 लाख लोगाें को मिला है रोजगारफोटो—राज वर्माचेंबर ऑफ कॉमर्स एमएसएमइ उड़ान कार्यक्रम में श्रमायुक्त प्रवीण कुमार टोप्पो ने कहा संवाददाता, रांचीश्रमायुक्त प्रवीण कुमार टोप्पो ने कहा कि लघु सूक्ष्म और मध्यम औद्योगिक इकाइयों (एमएसएमइ) से झारखंड में छह लाख उद्यमी जुड़े हुए हैं. इसके माध्यम से करीब 13 लाख लोगों को राेजगार मिला है. राज्य में एमएसएमइ के विकास की अपार संभावनाएं हैं. इसके लिए लोगों को प्रशिक्षित करने की जरूरत है. इसके लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं. वह इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स के एमएसएमइ उड़ान कार्यक्रम में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि कौशल विकास योजना के तहत दिये जा रहे प्रशिक्षण के बाद काफी संख्या में लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जा सकता है. एमएमएमइ को हुनर पोर्टल से निबंधित होने की आवश्यकता है. देश में एमएसएमइ का निर्यात के क्षेत्र में 40 प्रतशित, निर्माण के क्षेत्र में 45 प्रतिशत एवं विकास के क्षेत्र में आठ प्रतिशत योगदान है. मेकन से आये राना एस चक्रवर्ती ने बताया कि बैंकों को मेक इन इंडिया कार्यक्रम में सहयोग करना चाहिए. मेकन मेटल, पावर व माइनिंग का कार्य रांची से व गैस स्टेशन का कार्य दिल्ली से किया जाता है. बरौनी व कानपुर की गैस पाइप लाइन मेकन ने बनाया है. कार्यक्रम में यूको, यूनियन व सेंट्रल बैंक के पदाधिकारी शामिल हुए. प्रत्येक जिला में होगी एमएसएमइ की शाखा: पैट्रिक बारला आरबीआइ के जेनरल मैनेजर पैट्रिक बारला ने बताया कि एमएसएमइ में बैंकों की भूमिका महत्वपूर्ण है. आरबीआइ ने निर्देश दिया है कि प्रत्येक जिला में एमएसएमइ की शाखा खोली जाये. शिकायत मिलती है कि लघु, सूक्ष्म एव मध्यम उद्यमी बैंकों से परेशान है. बैंक वित्तीय जागरूकता का प्रयास करें. बैंकिंग प्रक्रिया जटिल नहीं हाेनी चाहिए. माइक्रो इंटरप्राइज को निर्धारित लक्ष्य के अनुसार लोन देना है. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के माध्यम से शिशु, किशोर व तरुण को लोन उलब्ध कराना है. 60 प्रतिशत लोन शिशु सेक्टर के लिए देना है. \\\\B