पांचवें दिन मुक्त कराया जा सका अपहृत पंचायत सेवक

रामगढ़: अपहृत पंचायत सेवक दशरथ पांडेय शुक्रवार को सकुशल वापस आ गये. पुलिस ने उन्हें कौलेश्वरडारी -केरेडारी (हजारीबाग) से अपहरणकर्ताओं से मुक्त कराया. दशरथ पांडेय का अपहरण सोमवार की शाम लगभग 6.30 बजे डाडी प्रखंड की रबोध पुलिया के निकट से किया गया था. वे पतरातू प्रखंड कार्यालय से काम निबटा कर मोटरसाइकिल से हजारीबाग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 23, 2013 6:08 AM

रामगढ़: अपहृत पंचायत सेवक दशरथ पांडेय शुक्रवार को सकुशल वापस आ गये. पुलिस ने उन्हें कौलेश्वरडारी -केरेडारी (हजारीबाग) से अपहरणकर्ताओं से मुक्त कराया. दशरथ पांडेय का अपहरण सोमवार की शाम लगभग 6.30 बजे डाडी प्रखंड की रबोध पुलिया के निकट से किया गया था. वे पतरातू प्रखंड कार्यालय से काम निबटा कर मोटरसाइकिल से हजारीबाग स्थित घर लौट रहे थे. उनकी वापसी से परिजनों ने राहत की सांस ली है.

पेट्रोल देने के लिए रोकवायी थी बाइक : पंचायत सेवक दशरथ पांडेय ने बताया कि वह पतरातू प्रखंड से काम समाप्त कर डाडी होते हुए हजारीबाग घर की ओर जा रहे थे. इसी दौरान रबोध पुलिया के निकट युवकों ने उन्हें पेट्रोल देने के लिए रोकवाया. युवकों ने कहा कि उनकी मोटरसाइकिल का पेट्रोल समाप्त हो गया है. गाड़ी रुकते ही उन लोगों ने गाड़ी की चाबी ले ली.

पॉकेट से 1680 रुपये निकाल लिये. उन्हें कब्जा में कर लगभग एक घंटे तक अंधेरा होने का इंतजार किया गया. अपहरणकर्ताओं में तीन युवक थे. लगभग 6.30 बजे अंधेरा होने के बाद मुंह पर कपड़ा डाल कर बाइक से घंटों घुमाया गया. पहली रात उन्हें भूखे रखा गया. मंगलवार को सत्तू दिया गया. फिरौती की रकम मांगी गयी. अपहरणकर्ताओं द्वारा राशि नहीं मिलने पर जान से मारने की योजना बनायी गयी थी. जान की जोखिम देख कर वे लोग भाग गये.

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