मर्गिी में नियमित दवा व देखरेख महत्वपूर्ण : डॉ झा

मिर्गी में नियमित दवा व देखरेख महत्वपूर्ण : डॉ झासीआइपी में सीएमई का आयोजनरांची/कांके. केंद्रीय मन: चिकित्सा संस्थान (सीआइपी) में बुधवार को मिर्गी के मरीजों में मानसिक समस्याएं विषय पर एक सीएमई आयोजित की गयी. इसके मुख्य अतिथि रिम्स के डॉ आरके झा ने कहा कि मिर्गी की समस्या से ग्रस्त लोगों को नियमित दवा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 9, 2015 9:29 PM

मिर्गी में नियमित दवा व देखरेख महत्वपूर्ण : डॉ झासीआइपी में सीएमई का आयोजनरांची/कांके. केंद्रीय मन: चिकित्सा संस्थान (सीआइपी) में बुधवार को मिर्गी के मरीजों में मानसिक समस्याएं विषय पर एक सीएमई आयोजित की गयी. इसके मुख्य अतिथि रिम्स के डॉ आरके झा ने कहा कि मिर्गी की समस्या से ग्रस्त लोगों को नियमित दवा देने तथा देखरेख की जरूरत होती है. यह उपचार के लिए महत्वपूर्ण है. वहीं सीआईपी निदेशक डॉ दया राम ने कहा कि मिर्गी को लेकर काफी भ्रांतियां हैं. मिर्गी समस्या पीड़ित लोगों में मानसिक समस्याओं के कुछ लक्षण देखने को मिलते हैं. ऐसे में इसकी पहचान में ज्यादा ध्यान देने की जरुरत है. वहीं मनोचिकित्सक डॉ सईद अख्तर ने कहा कि मिर्गी पीड़ितों में आत्महत्या की प्रवृति भी बढ़ जाती है. साथ ही अवसाद, चिंता जैसी परेशानी भी दिखती है. उन्होंने समय से इलाज कराने की सलाह दी. कोलकाता मेडिकल कॉलेज के डॉ मलय घोष ने मिर्गी रोग और मानसिक समस्याओं, दोनों का पूरी तरह से आकलन करने की सलाह दी. कार्यक्रम का आयोजन इंडियन एपिलेप्सी एसोसिएशन रांची चैप्टर द्वारा किया गया. इसमें अध्यक्ष डॉ विनोद कुमार सिन्हा, डॉ एस हक निजामी, डॉ मसरुर जहां, डॉ सीआरजे खेस, डॉ निशांत गोयल, डॉ बासुदेव दास, डॉ संजय कुमार मुंडा, डॉ उमेश आदि की अहम भूमिका रही.

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