झारखंड के लिए आंदोलन करने वालों का भी ख्याल रखे सरकार

झारखंड के लिए आंदोलन करने वालों का भी ख्याल रखे सरकारतसवीर अमित दास देंगेप्रवीण मुंडा, रांचीअबुआ झारखंड का सपना अभी भी अधूरा है. झारखंड के लिए संघर्ष करने, आंदोलन करने वालों को वह अधिकार सम्मान नहीं मिला, जो उन्हें मिलना चाहिए था. उक्त बातें गुरुवार को झारखंड आंदोलनकारी अौर झारखंड पार्टी के अध्यक्ष स्व एन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 10, 2015 9:43 PM

झारखंड के लिए आंदोलन करने वालों का भी ख्याल रखे सरकारतसवीर अमित दास देंगेप्रवीण मुंडा, रांचीअबुआ झारखंड का सपना अभी भी अधूरा है. झारखंड के लिए संघर्ष करने, आंदोलन करने वालों को वह अधिकार सम्मान नहीं मिला, जो उन्हें मिलना चाहिए था. उक्त बातें गुरुवार को झारखंड आंदोलनकारी अौर झारखंड पार्टी के अध्यक्ष स्व एन इ होरो के बड़े बेटे रिलेन होरो ने कही. वे स्व एनइ होरो की पुण्यतिथि की पूर्व संध्या पर प्रभात खबर से बात कर रहे थे. रिलेन ने कहा कि जब झारखंड का गठन हुआ था तब एक अंतरिम सरकार बननी चाहिए थी, उसमें सभी दलों के वैसे लोगों को शामिल होना था (आदिवासी मूलवासी सभी) जो झारखंडी आकांक्षाअों को पूरा होते देखना चाहते थे. रिलेन के छोटे भाई रास होरो ने कहा कि झारखंड के लिए वास्तव में लड़ने वाले आंदोलनकारी हाशिये पर हैं. झारखंड आंदोलनकारियों के नाम पर कुछ वैसे लोग भी सम्मानित हो रहे हैं जिनका आंदोलन से कभी वास्ता नहीं रहा. सरकार को चाहिए, जो झारखंड के लिए वास्तव में लड़े, उन्हें सम्मान अौर अधिकार दे. नहीं मिला राजकीय सम्मानरास अौर रिलेन इस बात से भी आहत हैं कि स्व एनइ होरो को वह सम्मान नहीं मिला जिसके वे हकदार थे. रास ने कहा कि उनकी मौत के बाद सरकार ने घोषणा की थी कि उन्हें राजकीय सम्मान दिया जायेगा, पर वह वादा अभी तक अधूरा है. झारखंड गठन के समय भी स्व होरो को आमंत्रित नहीं किया गया था.पार्टी को एक करने का प्रयासरिलेन होरो ने कहा कि झारखंड पार्टी को पुन: एक करने के लिए प्रयास किया जा रहा है. इस प्रयास के तहत 11 दिसंबर को स्व एन इ होरो के गोस्सनर कंपाउंड स्थित आवास पर बैठक होगी. बैठक में सोमा मुंडा, बद्री साहू, जावेद पाशा, रिलेन होरो सहित अन्य पुराने आंदोलनकारियों को आमंत्रित किया गया है.

Next Article

Exit mobile version