सचिवालय में मात्र 52 फीसदी कर्मी
झारखंड सचिवालय में सहायक, एसओ व अवर सचिव की भारी कमी रांची : झारखंड सचिवालय का कामकाज 52 फीसदी कर्मियों के भरोसे चल रहा है. एक-एक कर्मी अतिरिक्त कार्य बोझ से लदे हैं. यह स्थिति सचिवालय के बेसिक लेबल यानी सहायक, प्रशाखा पदाधिकारी व अवर सचिव के स्तर पर है. इन तीनों पदों की कुल […]
झारखंड सचिवालय में सहायक, एसओ व अवर सचिव की भारी कमी
रांची : झारखंड सचिवालय का कामकाज 52 फीसदी कर्मियों के भरोसे चल रहा है. एक-एक कर्मी अतिरिक्त कार्य बोझ से लदे हैं. यह स्थिति सचिवालय के बेसिक लेबल यानी सहायक, प्रशाखा पदाधिकारी व अवर सचिव के स्तर पर है. इन तीनों पदों की कुल स्वीकृत पदों की संख्या 2348 है, जबकि कार्यरत 1225 हैं. वहीं कमी 1123 कर्मियों की है. इस तरह इन पदों का काम किसी तरह चलाया जा रहा है.
सहायकों के मात्र 104 पदों पर होनी है नियुक्ति
अभी सहायकों के मात्र 104 पदों पर ही नियुक्ति होनी है. पहली बार 2013 में 530 पदों पर नियुक्ति की गयी थी. इसके बाद अब नियुक्ति होनी है. इस तरह अभी भी बड़ी संख्या में पद खाली रह जायेंगे.
लटका है प्रमोशन
इधर अवर सचिवों के 123 पदों पर प्रोन्नति देने की कार्रवाई लटकी हुई है. इसके लिए सारी संचिका तैयार है. प्रशाखा पदाधिकारी प्रमोशन के लिए सारी अर्हता भी पूरी कर रहे हैं. उनके प्रमोशन का समय भी पूरा हो गया है. केवल एक बैठक के बाद उन्हें प्रोन्नति मिल जायेगी. पर यह मामला भी लटका हुआ है.
बिना प्रमोशन के रिटायर
इधर विभिन्न पदों पर प्रमोशन नहीं होने से पुराने पदों से ही कर्मी रिटायर हो रहे हैं. इस वजह से उन्हें प्रोन्नत पद का वेतनमान भी नहीं मिल रहा है. नतीजतन पेंशन में भी उन्हें लाभ नहीं मिल पा रहा है. फिलहाल कई प्रशाखा पदाधिकारी हैं, जो एक से दो माह के अंदर रिटायर होने वाले हैं. इनमें से छह एसअो तो दिसंबर में ही रिटायर हो जायेंगे. ऐसे में उन्हें प्रशाखा पदाधिकारी के ही वेतनमान में पेंशन मिलेगा.