एटीएस के पदाधिकारियों को तीन माह से वेतन नहीं
एटीएस के पदाधिकारियों को तीन माह से वेतन नहींभुखे पेट आतंकियों से मुकाबलावरीय संवाददाता, रांचीआतंकी संगठनों की गतिविधियों को रोकने और आतंकियों से निपटने के लिए तीन माह पहले राज्य पुलिस ने एंटी टेरेरिस्ट स्क्वायड (एटीएस) का गठन किया था. इसमें जिन पुलिसकर्मियों को पदस्थापित किया गया है, उन्हें तीन माह से वेतन नहीं मिला […]
एटीएस के पदाधिकारियों को तीन माह से वेतन नहींभुखे पेट आतंकियों से मुकाबलावरीय संवाददाता, रांचीआतंकी संगठनों की गतिविधियों को रोकने और आतंकियों से निपटने के लिए तीन माह पहले राज्य पुलिस ने एंटी टेरेरिस्ट स्क्वायड (एटीएस) का गठन किया था. इसमें जिन पुलिसकर्मियों को पदस्थापित किया गया है, उन्हें तीन माह से वेतन नहीं मिला है. जिन्हें तीन माह से वेतन नहीं मिल रहा है, उनमें एसआइ शिवनारायण किसान, संतोष कुमार, काजल कुमार दुबे और सुरेश कुमार मंडल शामिल हैं. सितंबर माह में सभी को एटीएस में पोस्टिंग दी गयी थी. एटीएस के एसपी का काम पी मुरुगन देख रहे हैं. पी मुरुगन की पोस्टिंग सीआइडी में है. उन्हें एसपी, एटीएस के पद पर पोस्टिंग का कोई आदेश नहीं जारी हुआ है. कहने को एटीएस का मुख्यालय धुर्वा स्थित बेकन फैक्टरी में है, लेकिन एसपी पी मुरुगन का कार्यालय सीआइडी मुख्यालय में है. हालात यह है कि एटीएस का स्थापना कार्यालय तक नहीं काम कर रहा है. एटीएस में झारखंड जगुआर के पुलिसकर्मियों का पदस्थापन किया गया है, लेकिन वर्तमान में वेतन नहीं मिलने की आशंका के कारण वह योगदान देना नहीं चाहते. प्रतिनियुक्ति के भरोसे काम चल रहा है. सीएम के सामने दिखायी थी मॉक ड्रिलएटीएस अभी मूर्त रुप नहीं ले पाया है, लेकिन 14 नवंबर को जैप-एक मैदान में आयोजित अलंकरण परेड में पुलिस मुख्यालय ने एटीएस का गठन हो गया बताया गया. मुख्यमंत्री कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे. उनके सामने एटीएस का मॉक ड्रील भी किया गया. जिसमें एक बस को आतंकियों के कब्जे से मुक्त कराते हुए दिखाया गया था.