सिकनी के कोयले का इ-अॉक्शन 15 को
सिकनी के कोयले का इ-अॉक्शन 15 कोपांच महीने से सिकनी से उत्पादन हो रहा है कमवरीय संवाददातारांची. जेएसएमडीसी के सिकनी कोलियरी से उत्पादित कोयले की नीलामी 15 दिसंबर को होगी. इसके लिए केंद्र सरकार की एजेंसी एमएसटीसी का सहयोग लिया जा रहा है. एमएसटीसी द्वारा अॉक्शन की प्रक्रिया पूरी की जायेगी. एमएसटीसी द्वारा कोल इंडिया […]
सिकनी के कोयले का इ-अॉक्शन 15 कोपांच महीने से सिकनी से उत्पादन हो रहा है कमवरीय संवाददातारांची. जेएसएमडीसी के सिकनी कोलियरी से उत्पादित कोयले की नीलामी 15 दिसंबर को होगी. इसके लिए केंद्र सरकार की एजेंसी एमएसटीसी का सहयोग लिया जा रहा है. एमएसटीसी द्वारा अॉक्शन की प्रक्रिया पूरी की जायेगी. एमएसटीसी द्वारा कोल इंडिया के कोयले का भी अॉक्शन किया जाता है. जेएसएमडीसी के सूत्रों ने बताया कि अॉक्शन से बाजार दर पर कोयले के ग्राहक मिलेंगे. कोयले की मांग के अनुरूप ही सिकनी से उत्पादन किया जायेगा. अभी केवल इनलैंड पावर के लिए सिकनी से कोयला निकाला जाता है.पांच महीने से उत्पादन कम सिकनी कोलियरी से पिछले पांच महीने से उत्पादन काफी कम हो रहा है. यदा-कदा केवल इनलैंड पावर को कोयला आपूर्ति के लिए कोलियरी से उत्खनन किया जाता है. वह भी करीब 10 हजार टन के आसपास, जबकि सिकनी कोलियरी की क्षमता 40 से 50 हजार टन प्रतिमाह की है. सीसीएल की तुलना में ज्यादा है दरबताया गया कि सिकनी से कोयले के उठाव के लिए डीओ होल्डर डीओ नहीं दे रहे हैं. वह कोयला अभी नहीं लेना चाह रहे हैं. इसकी बड़ी वजह दर भी बतायी जा रही है. सिकनी का स्वामित्व झारखंड राज्य खनिज विकास निगम(जेएसएमडीसी) के पास है. जेएसएमडीसी के सूत्रों ने बताया कि कुल 70 डीओ होल्डर है. इसका मुख्य डीओ होल्डर इनलैंड पावर है. इसके अलावा ईंट-भट्टों व छोटे कारखाने संचालक भी डीओ होल्डर हैं, पर हाल ही में सीसीएल का मगध व आम्रपाली कोल ब्लॉक भी खुल चुका है. सीसीएल कम दरों पर कोयला बेच रहा है. दोनों की दर में भारी अंतर है. जेएसएमडीसी आरओएम कोयले को 1240 रुपये प्रति टन की दर से बेचता है, जबकि इसी ग्रेड का कोयला सीसीएल 890 रुपये प्रति टन बेच रहा है. बताया गया कि कोयले दर को कंपीटिटिव बनाने के लिए ही सिकनी के कोयले का इ-अॉक्शन कराया जा रहा है, ताकि सीसीएल के समान दर के अनुसार कोयले की बिक्री बाजार में की जा सके.