ऑनलाइन वास्तु काउंसलिंग

ऑनलाइन वास्तु काउंसलिंग हेडिंग : रसोईघर और शौचालय के निर्माण में रखें सावधानी रांची. शुक्रवार को प्रभात खबर कार्यालय में आयोजित ऑनलाइन वास्तु काउंसलिंग में वास्तुविद् दुर्गा गुप्ता ने पाठकों के सवालों के जवाब दिये. उन्होंने बताया कि भवन निर्माण में वास्तु के नियमों का ख्याल अवश्य रखा जाना चाहिए. वास्तु शास्त्र में प्राकृतिक तत्वों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 12, 2015 6:07 PM

ऑनलाइन वास्तु काउंसलिंग हेडिंग : रसोईघर और शौचालय के निर्माण में रखें सावधानी रांची. शुक्रवार को प्रभात खबर कार्यालय में आयोजित ऑनलाइन वास्तु काउंसलिंग में वास्तुविद् दुर्गा गुप्ता ने पाठकों के सवालों के जवाब दिये. उन्होंने बताया कि भवन निर्माण में वास्तु के नियमों का ख्याल अवश्य रखा जाना चाहिए. वास्तु शास्त्र में प्राकृतिक तत्वों का संतुलन स्थापित किया गया है ताकि भवन में सकारात्मक ऊर्जा का निरंतर प्रवेश बना रहे. भवन की संरचना में वास्तु के नियमों की अवहेलना रोगों को जन्म देता है और घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है. उन्होंने बताया कि यदि भवन के उत्तर-पूर्व में शौचालय का निर्माण किया गया है तो ऐसे में घर के लोग अनिद्रा, मानसिक रोग, तनाव, चिड़चिड़ापन आदि के शिकार हो जाते हैं. दक्षिण-पूर्व दिशा में जलस्रोत नहीं रखना चाहिए. भवन बनाते समय इस प्रकार से कक्ष बनाये जायें कि प्रत्येक कमरे में धूप और हवा का प्रवेश हो सके. ऐसा देखा जाता है कि बाहर की ओर जगह की कमी के कारण कई बार कमरे में खिड़की नहीं छोड़ी जाती है. लेकिन खिड़की इस प्रकार बनाने की कोशिश करें कि कमरे में समग्र वायु का प्रवाह बना रहे. यदि खिड़की पूर्व या उत्तर में हो तो बेहतर है. यदि भवन का निर्माण हो रहा है तो ध्यान रखें कि रसोईघर और शौचालय की दीवार एक साथ ना हो. साथ ही यह दोनों नजदीक में या आमने-सामने न बनाये जायें.

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