पूर्ण शराबबंदी पर बिहार से सीख लें

नामकुम : बिहार सरकार द्वारा शराब पर पूरी तरह पाबंदी लगाना स्वागत योग्य कदम है, जिससे अब झारखंड सरकार को भी सीख लेनी चाहिए व यहां भी शराब की बिक्री पर पूर्ण पाबंदी लगायी जानी चाहिए. सिर्फ राजस्व के लाभ के लिए इस कुरीति को समर्थन देना उचित नहीं है. ये बातें सांसद रामटहल चौधरी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 13, 2015 2:35 AM

नामकुम : बिहार सरकार द्वारा शराब पर पूरी तरह पाबंदी लगाना स्वागत योग्य कदम है, जिससे अब झारखंड सरकार को भी सीख लेनी चाहिए व यहां भी शराब की बिक्री पर पूर्ण पाबंदी लगायी जानी चाहिए. सिर्फ राजस्व के लाभ के लिए इस कुरीति को समर्थन देना उचित नहीं है.

ये बातें सांसद रामटहल चौधरी ने शनिवार को नामकुम में मानवाधिकार की भूमिका पर आयोजित सगोष्ठी में कही. श्री चौधरी ने सरकार व अधिकारियों की कार्यशैली पर भी कई सवाल उठाये और इन पर जल्द बदलाव लाने की मांग की. उन्होंने विधायकों के फंड को रिलीज करने, राज्य में शिक्षा की दयनीय स्थिति में सुधार लाने के लिए शिक्षकों की जल्द नियुक्ति करने, योजना मद की राशि को लौटने से बचाने तथा गैर जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की.

स्वास्थ्य, शिक्षा, सिंचाई व बिजली को प्राथमिकता देकर गांव-गांव तक पहुंचाने व ऋण तथा दूसरी सरकारी योजना की प्रक्रिया को सरल बनाने की मांग भी की. विधायक रामकुमार पाहन ने खाद्य सुरक्षा के तहत किये सर्वे को त्रुटिपूर्ण बताते हुए छूटे लोगों के नाम को जोड़ने की मांग की तथा ओलावृष्टि के मुआवजे के लिए समीक्षा बैठक करने की बात की.

मानवाधिकार कार्यकर्ता मनोज सिंह ने नामकुम के आदर्श ग्राम हहाप में वज्रपात से मारे गये लोगों को अबतक मुआवजा नहीं दिये जाने पर नाराजगी जाहिर की. मौके पर महिला समिति की कई सदस्यों के अलावा बीडीओ, सीओ व अन्य अधिकारी उपस्थित थे.

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