राज्य की आठ में से छह एंटी ट्रैफिकिंग यूनिट बेअसर

रांची : मानव तस्करी पर रोक लगाने के लिए झारखंड के आठ जिलों में एंटी ट्रैफिकिंग यूनिट है. वहीं ट्रैफिकिंग पर रोक लगाने के लिए राज्य में सीआइडी (अपराध अनुसंधान विभाग) को नोडल विभाग बनाया गया है. इसके अलावा एंटी ट्रैफिकिंग यूनिट के लिए आठ जिलों के सदर थानों को अधिसूचित किया गया है. जानकारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 15, 2015 4:49 AM

रांची : मानव तस्करी पर रोक लगाने के लिए झारखंड के आठ जिलों में एंटी ट्रैफिकिंग यूनिट है. वहीं ट्रैफिकिंग पर रोक लगाने के लिए राज्य में सीआइडी (अपराध अनुसंधान विभाग) को नोडल विभाग बनाया गया है. इसके अलावा एंटी ट्रैफिकिंग यूनिट के लिए आठ जिलों के सदर थानों को अधिसूचित किया गया है.

जानकारी के मुताबिक खूंटी और गुमला जिला की एंटी ट्रैफिकिंग यूनिट बेहतर काम कर रही है, जबकि अन्य जिलों की यूनिट में काम लगभग नहीं हो रहा है. खूंटी जिला की यूनिट ने इस साल सबसे अधिक बच्चों को बरामद किया, जबकि गुमला जिला की यूनिट ने सबसे अधिक प्राथमिकी दर्ज की है. रांची यूनिट ने इस साल छह, जबकि दुमका ने तीन प्राथमिकी दर्ज की है. यही हाल लोहरदगा, पलामू, चाईबासा व सिमडेगा जिला में बनाये गये यूनिट का भी है.

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