दुर्घटना के शिकार लोगों के लिए अरमार व हाइवे पेट्राेलिंग वरदान

रांची : रांची निवासी विकास कुमार 30 नवंबर को मुंगेर से रांची लौट रहे थे. रात करीब 12.30 बजे रामगढ़ में उनकी कार एक ट्रक की चपेट में आ गयी. इस हादसे में विकास व उनके परिवार के लोग घायल हो गये. कुछ ही देर के बाद पुलिस की हाइवे पेट्रोलिंग वहां पहुंची. सभी को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 16, 2015 1:31 AM

रांची : रांची निवासी विकास कुमार 30 नवंबर को मुंगेर से रांची लौट रहे थे. रात करीब 12.30 बजे रामगढ़ में उनकी कार एक ट्रक की चपेट में आ गयी.

इस हादसे में विकास व उनके परिवार के लोग घायल हो गये. कुछ ही देर के बाद पुलिस की हाइवे पेट्रोलिंग वहां पहुंची. सभी को कार से निकाला गया, फिर रामगढ़ अस्पताल में भरती कराया गया. वहां प्राथमिक उपचार के बाद सभी रांची के जगन्नाथ अस्पताल में भरती हुये.

अब विकास और उनके परिवार के लोग सदस्य स्वस्थ हैं. विकास कुमार पेशे से कैरियर एडवाइजर हैं. उन्होंने आठ दिसंबर को अपने फेसबुक वॉल में अपने साथ घटी दुर्घटना का जिक्र करते हुए झारखंड पुलिस को सैल्यूट किया है. विकास कुमार ऐसे पहले व्यक्ति नहीं हैं,

जिन्हें झारखंड पुलिस के हाइवे पेट्रोलिंग या झारखंड पुलिस व मेडिका अस्पताल द्वारा संचालिक एक्सीडेंट रेंस्पांस एंड मेडिकल रेस्पांस (अरमार) से नयी जिंदगी मिली. पुलिस ने मई माह में इसकी शुरुआत की थी. इसके बाद से अब तक अरमार और हाइवे पेट्रोलिंग ने 391 लोगों को अस्पताल पहुंचाया.

717 दुर्घटनाओं की सूचना पर टीम ने रेस्पांस किया और घटनास्थल पर पहुंची. वहीं 49 लोगों का दुर्घटनास्थल पर ही प्राथमिक इलाज किया. दुर्घटना की सूचना पर पहुंची टीम को 277 जगहों पर घायल नहीं मिले. हाइवे पेट्रोलिंग के पहुंचने से पहले वे या तो खुद का प्रबंध कर अस्पताल निकल चले गये या किसी दूसरे की मदद से वहां से निकल गये.

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