17 लॉ विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए अाठ मई को होगी क्लैट

रांची : कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट के माध्यम से 17 लॉ विश्वविद्यालय में एलएलबी एवं एलएलएम में दाखिला के लिए प्रवेश परीक्षा आठ मई को होगी़ 2016 क्लैट का आयोजन राजीव गांधी नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ, पंजाब की ओर से किया जा रहा है़ परीक्षा में आवेदन करने के लिए न्यूनतम योग्यता 12वीं पास है़ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 16, 2015 1:34 AM

रांची : कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट के माध्यम से 17 लॉ विश्वविद्यालय में एलएलबी एवं एलएलएम में दाखिला के लिए प्रवेश परीक्षा आठ मई को होगी़ 2016 क्लैट का आयोजन राजीव गांधी नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ, पंजाब की ओर से किया जा रहा है़ परीक्षा में आवेदन करने के लिए न्यूनतम योग्यता 12वीं पास है़

इसमें जेनरल, ओबीसी व स्पेशली एबल्ड के 45 फीसदी और एसी-एसटी के लिए 40 फीसदी सीटें है़ं साल 2016 की 12वीं की परीक्षा में बैठने वाले छात्र भी इस परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं. एलएलबी कोर्स में दाखिले के लिए उम्र की कोई सीमा निर्धारित नहीं है़

सेमिनार में नयी शिक्षा नीति पर दिया वक्तव्य

दिल्ली में आयोजित सेमिनार में झारखंड के सीबीएसइ संबद्ध स्कूलों के प्रतिनिधि के रूप में डीपीएस रांची के प्राचार्य डा राम सिंह शामिल हुए

कहा : शिक्षकों को भी हमेशा कुछ नया सीखने के लिए तत्पर रहना चाहिए. शिक्षा तभी प्रभावी होगी, जब शिक्षक सजग होंगे

कार्यशाला, शिक्षकों का एक-दूसरे के साथ विचार-विमर्श व संवाद कायम होना जरूरी

रांची : एनआइओएस आैर यूनेस्को के सहयोग से नयी दिल्ली में दो दिवसीय कंवर्जन ऑफ फेस टू फेस व ओपन स्कूलिंग विषयक राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया. सेमिनार में झारखंड के सीबीएसइ संबद्ध स्कूलों के प्रतिनिधि के रूप में डीपीएस रांची के प्राचार्य डा राम सिंह शामिल हुए.

उन्होंने नयी शिक्षा नीति पर प्रकाश डाला. श्री सिंह ने कहा कि शिक्षकों को भी हमेशा कुछ नया सीखने के लिए तत्पर रहना चाहिए. शिक्षा तभी प्रभावी होगी, जब शिक्षक सजग होंगे. उन्होंने कहा कि बच्चों के व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास तभी संभव होगा, जब शिक्षक भी शिक्षा की विभिन्न प्रक्रियाओं का लाभ लेते हुए अपने व्यक्तित्व के समग्र विकास के प्रति ललायित होंगे.

इस उद्देश्यक की प्राप्ति के लिए समय-समय पर कार्यशाला, सेमिनार, शिक्षकों का एक-दूसरे के साथ विचार-विमर्श, छात्र एवं शिक्षकों के बीच संवाद कायम होना जरूरी है. इस अवसर पर मुख्य अतिथि स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग भारत के सचिव डॉ सुभाष चंद्र खूंटिया, एनआइओएस के चेयरमैन,

एनसीटीइ के चेयरपर्सन प्रो संतोष पांडा, यूनेस्को के चीफ ऑफिसर डॉ अलिशेर उमारोव, एनसीइआरटी के डॉ सरोज यादव, इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, रांची के प्राचार्य एसके मिश्रा सहित काफी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित थे.

Next Article

Exit mobile version