शराब व्यापारियों ने चुराये राजस्व के 2.35 करोड़
रांची: राज्य में शराब व्यापारियों ने मिल कर राजस्व के 2.35 करोड़ चुरा लिये हैं. चुरायी गयी राशि लाइसेंस फीस चुकाने में शराब व्यापारियों द्वारा देर किये जाने के कारण सरकार द्वारा लगाये गये आर्थिक दंड से संबंधित है. राज्य के शराब व्यापारियों पर अप्रैल 2013 से लेकर अब तक समय पर लाइसेंस फीस जमा […]
रांची: राज्य में शराब व्यापारियों ने मिल कर राजस्व के 2.35 करोड़ चुरा लिये हैं. चुरायी गयी राशि लाइसेंस फीस चुकाने में शराब व्यापारियों द्वारा देर किये जाने के कारण सरकार द्वारा लगाये गये आर्थिक दंड से संबंधित है.
राज्य के शराब व्यापारियों पर अप्रैल 2013 से लेकर अब तक समय पर लाइसेंस फीस जमा नहीं करने के कारण कुल 2,35,92,756 रुपये का अर्थदंड बकाया है. 33 में से 29 शराब व्यवसायियों पर एक लाख से 15 लाख रुपये तक का दंड लगाया गया है. हालांकि, अर्थदंड के भागी 29 शराब व्यापारियों में से एक ने भी कर की राशि नहीं चुकायी है.
कर चोरी में उत्पाद अधिकारी कर रहे हैं मदद
राज्य के शराब व्यवसायियों को कर की चोरी करने में उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने खूब मदद की है. बकाया कर की राशि बढ़ने पर भी अधिकारियों ने चुप्पी साधे रखी. सितंबर 2013 में केवल एक बार सहायक उत्पाद आयुक्त ने बकायेदारों को नोटिस जारी किया. उसके बाद अधिकारियों ने चुप्पी साध ली. इधर, शराब व्यवसायी राज्य का लाखों बकाया रख धड़ल्ले से शराब बेच रहे हैं. आम तौर पर दुकानदारों से दो महीने की लाइसेंस फीस एडवांस में ली जाती है, जिसे वित्तीय वर्ष के अंत में एडजस्ट कर दिया जाता है. राज्य के शराब दुकानदारों के नाम पर इतना राजस्व बकाया हो गया है कि उनकी दो महीने की लाइसेंस फीस जब्त कर लेने के बाद भी सरकार का घाटा पूरा नहीं होगा.