पत्थर उखाड़ने के विरोध में हेथू के ग्रामीण सड़क पर उतरे, हिनू चौक जाम

रांची: जतरा स्थल के पूजा पत्थर को उखाड़ कर फेंकने के विरोध में हेथू के ग्रामीणों ने मंगलवार को 45 मिनट तक हिनू चौक जाम किया. ग्रामीण बीच सड़क पर ही बैठ गये और दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करने लगे. वहां मौजूद कार्यकारी दंडाधिकारी रामकृष्ण प्रसाद ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि वे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 27, 2013 6:50 AM

रांची: जतरा स्थल के पूजा पत्थर को उखाड़ कर फेंकने के विरोध में हेथू के ग्रामीणों ने मंगलवार को 45 मिनट तक हिनू चौक जाम किया. ग्रामीण बीच सड़क पर ही बैठ गये और दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करने लगे. वहां मौजूद कार्यकारी दंडाधिकारी रामकृष्ण प्रसाद ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि वे दो दिनों के अंदर उपायुक्त से इस मामले में वार्ता करायेंगे.

इस आश्वासन के बाद जाम समाप्त कर दिया गया. जाम 1.15 बजे से दिन के दो बजे तक किया गया. आंदोलन का नेतृत्व पार्षद अजीत उरांव ने किया. जाम करनेवालों में प्रकाश टोप्पो, सुरेश गोप, अजय वर्मा, आनंद शंकर साहू, सुरेश कच्छप,पार्षद पुष्पा तिर्की, अशोक बड़ाइक, पुष्पा तिर्की आदि शामिल थे. श्री महावीर मंडल हिनू चौक ने भी आंदोलन का समर्थन किया.

रोड जाम कतई न किया जाये
जेएन कॉलेज में बीबीए की शिक्षिका कविता ने कहा कि जाम के कारण बिरसा चौक से ही पैदल आ रही हूं. पैदल चलते-चलते हालत खराब हो गयी है. अपनी मांग और परेशानी को बताने के लिए आंदोलन जरूर किया जाये, लेकिन रोड जाम कतई नहीं होना चाहिए. इससे आम आदमी को काफी परेशानी होती है. वहीं संत मेरीज स्कूल की दूसरी कक्षा की विद्यार्थी पलक, आर सिंह व मनत दीप सिंह ने कहा कि हमलोग पैदल चलते-चलते परेशान हो गये हैं.

टेंपो चालकों की चांदी रही
ग्रामीणों द्वारा हिनू चौक जाम कर देने से टेंपो चालकों की चांदी रही. विमान यात्री और स्कूल बसों से अपने बच्चों को लेने पहुंचे अभिभावकों से टेंपो चालक ने निर्धारित किराये से कहीं अधिक भाड़ा वसूला. हिनू चौक से एयरपोर्ट तक का किराया दो सौ से लेकर तीन सौ रुपये तक लिया गया.

पुलिस की मौजूदगी में जाम किया
हिनू चौक जाम करने की सूचना मिलने के बादा प्रशासन ने सुबह 9.30 बजे से ही पुलिस बल तैनात कर दिया गया था. जाम के दौरान पुलिसकर्मी मूकदर्शक बने हुए थे.

स्कूली बच्चे जाम में फंसे भागे-भागे आये परिजन
जाम में स्कूली बच्चे व विमान यात्री भी फंसे. काफी देर के बाद भी जब जाम नहीं हटा, तो कई स्कूली बच्चे पैदल ही घर जाने लगे. संत मेरीज स्कूल, डोरंडा सहित अन्य स्कूलों के छोटे-छोटे बच्चों को उनके माता-पिता लेने पहुंचे और अपने साथ घर ले गये. कई अपना जरूरी काम छोड़ कर आये थे.

जामकर्ताओं ने सेना के दो वाहनों को रोका, एंबुलेंस भी
जाम कर रहे ग्रामीणों ने सेना के दो वाहनों को भी जाने नहीं दिया. बिरसा चौक की ओर से आ रहे एंबुलेंस को भी रोक दिया गया. बाद में ग्रामीणों ने मरीज की तबीयत खराब होने की बात जान कर एंबुलेंस को जाने दे दिया.

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