माइनिंग लीज एग्रीमेंट बनी हमले की वजह

25 अगस्त को आंनद जैन की शिकायत पर दर्ज हुआ था केस रांची : माइनिंग कारोबारी पदम जैन के पुत्र आनंद जैन पर हमला अपराधियों ने माइनिंग लीज के विवाद में ही किया था. सिटी एसपी की जांच रिपोर्ट के अनुसार पदम जैन के पुत्र आनंद जैन माइनिंग लीज एवं आयरन से जुड़ा हुआ काम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 20, 2015 2:52 AM

25 अगस्त को आंनद जैन की शिकायत पर दर्ज हुआ था केस

रांची : माइनिंग कारोबारी पदम जैन के पुत्र आनंद जैन पर हमला अपराधियों ने माइनिंग लीज के विवाद में ही किया था. सिटी एसपी की जांच रिपोर्ट के अनुसार पदम जैन के पुत्र आनंद जैन माइनिंग लीज एवं आयरन से जुड़ा हुआ काम करते हैं. रतन लाल कंपाउंड स्थित आनंद जैन के कार्यालय में 24 जुलाई को 15- 16 लोग पहुंचे,

जिनमें पांच से छह लोग हथियार से लैस थे. उन्होंने आनंद जैन से कहा कि माइनिंग रेजिंग कांट्रेक्ट का काम हमें दे दीजिए. जब आनंद जैन से बताया कि यह काम उनके पिता पदम जैन देखते हैं. तब सभी लोग आनंद जैन को पदम जैन के साथ जल्द से जल्द मीटिंग कराने के लिए कहा, नहीं तो अंजाम भुगतने की धमकी दी और वहां से चले गये. 27 जुलाई को फिर से आनंद जैन को धमकी भरा एक फोन आया.

फोन करने वाला खुद को वीर प्रताप सिंह और ब्रजेश सिंह का भतीजा बताते हुए पदम जैन से बात कराने काे कहा. यह भी धमकी दी कि बात नहीं कराने पर अंजाम अभी भुगतना होगा. इसके बाद आनंद जैन के माइंस का माइनिंग एजेंट नीरज शर्मा पर हमला किया गया. जिस संबंध में ओड़िसा स्थित बड़बिल थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी.
29 जून को फिर से आनंद जैन के पास फोन आया. फोन करनेवाले ने कहा अंजाम देख लिया. अब अपने पिता से बात कराइये. आनंद जैन से जब अपने पिता को सारी जानकारी दी, तब पदम जैन ने फोन करनेवाले से बात की. फोन करनेवाले ने पदम जैन से कहा मीटिंग फिक्स करेंगे, तब उन्होंने कहा कि दो- तीन दिन बाद बात करते हैं.
इसके बाद आनंद जैन को प्रत्येक एक-दो दिन के बीच धमकी भरा फोन आने लगा और बोकारो आकर मिलने को कहा गया. जब आनंद जैन ने बोकारो जाने से इनकार कर दिया, तब राजधानी के एक होटल में ही नौ अगस्त को मीटिंग हुई. धमकी देनेवाले लोग अपने साथ एकरारनामा की कॉपी साथ लाये थे. पदम जैन ने सरकार के नियमाें का हवाला देते हुए एकरारनाम करने की बात से इनकार कर दिया. इस पर वे लोग फिर से पदम जैन को धमकी देते हुए वहां से चले गये.
21 अगस्त को आनंद जैन को फिर से एक फोन आया. फोन करनेवाले ने आनंद जैन को कहा, कुछ नहीं किया न एक दो दिन में दिखाते हैं. 24 अगस्त की रात जब आनंद जैन एक होटल से निकल कर अपने घर जा रहे थे, तब बरियातू रोड स्थित पोद्दार निकेतन के पास स्कॉर्पियो सवार अपराधियों ने ओवरटेक कर आनंद जैन की गाड़ी रोकी.
उन पर हमला कर अपहरण का प्रयास किया. किसी तरह उन्होंने वहां से भाग कर अपनी जान बचायी. सूचना मिलने पर पुलिस वहां पहुंची. इसके बाद पुलिस की सुरक्षा में आनंद जैन को घर पहुंचाया गया.

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